मुंबई : अपनी नागरिकता को लेकर सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए अभिनेता अक्षय कुमार ने शुक्रवार को कहा कि भले ही उनके पास कनाडाई पासपोर्ट हो इसके बावजूद उनका लक्ष्य भारत को एक मजबूत राष्ट्र बनाना है.
अभिनेता हाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपने ‘पूर्ण रूप से गैर राजनीतिक साक्षात्कार’ को लेकर सुर्खियों में आये थे. लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में 29 अप्रैल को मुंबई में हुए मतदान में अभिनेता वोट नहीं करने के बाद अपनी नागरिकता को लेकर चर्चाओं में आ गये थे.
— Akshay Kumar (@akshaykumar) May 3, 2019
अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक बयान में 51 वर्षीय अभिनेता ने कहा कि उन्होंने कभी कुछ नहीं छिपाया है और न ही इस बात से इनकार किया है कि उनके पास कनाडा का पासपोर्ट है.
उन्होंने कहा, मैं वाकई में अपनी नागरिकता के बारे में इस तरह की फिजूल दिलचस्पी और नकारात्मकता को नहीं समझ पाता हूं. मैंने कभी नहीं छिपाया या न ही मैंने इस बात से इनकार किया कि मेरे पास कनाडा का पासपोर्ट है.
यह उतना ही सच है कि पिछले सात साल में मैं कभी कनाडा नहीं गया. अभिनेता ने कहा, मैं भारत में काम करता हूं और भारत में अपना कर चुकाता हूं.
इतने साल में मुझे कभी भारत के लिए अपने प्यार को साबित करने की जरूरत नहीं पड़ी, मुझे ये बातें निराश करती हैं कि मेरी नागरिकता के मुद्दे को बेवजह विवाद में घसीटा जाता है जो बेहद निजी, कानूनी, गैर राजनीतिक मामला है और इसका किसी से कोई लेना देना नहीं है.
अभिनेता ने कहा कि वह अपने छोटे-छोटे तरीकों से योगदान करते रहेंगे और ‘भारत को मजबूत देश बनायेंगे.’ चुनाव के एक दिन बाद मंगलवार को फिल्म ‘ब्लैंक’ की विशेष स्क्रीनिंग के मौके पर पत्रकारों ने उन्हें घेर लिया था.
वोट नहीं देने के सवालों पर अभिनेता ‘चलिये चलिये’ कहते हुए आगे बढ़ गये थे. अक्षय ने 1991 में ‘सौगंध’ से बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत की थी. पिछले कुछ वर्ष में अभिनेता सामाजिक मुद्दे पर बनी कई फिल्मों जैसे कि ‘टाॅयलेट : एक प्रेम कथा’, ‘पैडमैन’ में नजर आये थे.
‘रुस्तम’ में नौसेना अधिकारी की भूमिका के लिए उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला था. अक्षय की हालिया फिल्म ‘केसरी’ सारागढ़ी की लड़ाई पर आधारित है.