– विरोध ने ग्रामीणों ने किया सड़क जाम
संजय सागर, बड़कागांव
बड़कागांव हजारीबाग रोड स्थित पंकरी बरवाडीह में सड़क दुर्घटना में दो मजदूर चोरका निवासी जोगन महतो (50 वर्ष) पिता, चैति महतो उर्फ लंगर महतो एवं होरम निवासी विनोद महतो की मौत हो गयी. जबकि 22 मजदूर घायल हो गये. यह घटना गत रात्रि 10:30 बजे की है. घटना के विरोध में ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दी. घटनास्थल पर मृतकों के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था.
मृतक विनोद कुमार महतो के परिजनों ने बताया कि सभी मजदूर छत की ढलाई करके ओदरना कटकमसांडी से (जेएच 02 एटी2240) से बड़कागांव लौट रहे थे. उसी दौरान कोयला लेकर आ रहे एक हाइवा ने टक्कर मार दी और भाग गया. इस कारण घटनास्थल पर ही ग्राम चोरका निवासी जोगन महतो की मृत्यु हो गयी. यह अपने पीछे पत्नी लगनी देवी (दिव्यांग) 4 बच्चे छोड़ गये.
जबकि, विनोद कुमार महतो (30 वर्ष) इलाज के दौरान सदर अस्पताल में दम तोड़ दिया. यह अपने पीछे पत्नी समेत दो बच्चे को छोड़ गये. इस दुर्घटना में 22 से अधिक मजदूर घायल हो गये. जिनमें से चोर का निवासी प्रेम साव (पिता- मनी साव) इसी के पुत्र कुलदीप साव, मनीजर महतो उर्फ नारायण महतो (होरम), धोतल महतो उर्फ सोहराय महतो (पिता- खेदन महतो, दोनों भाई), गोपाल भुइयां, पिता- किशुन भुइयां, सिकंदर महतो (पिता- शिवा महतो), जय हिंद महतो (पिता- शिवा महतो) रमेश भुइयां, पिता- लोकन महतो सभी सोनपुरा निवासी हैं. जो सदर अस्पताल व रिम्स में जीवन व मौत के बीच जूझ रहे हैं. अन्य घायलों का नाम पता नहीं चल पाया.
ग्रामीणों की मांग
सड़क दुर्घटना के विरोध में सड़क जाम करने वाले ग्रामीणों का विभिन्न मांग है. जो मुख्य रूप से मृतकों के परिजनों को चतुर्थ श्रेणी में कोल कंपनियों में नौकरी, 15 लाख मुआवजा, पीएम आवास, बच्चों की पढ़ाई-लिखाई व भरण पोषण का खर्च, घायलों को पूरी तरह खर्च, घायल मजदूर जितना दिन तक बैठेंगे उतने दिन की मजदूरी, केरेडारी, बड़कागांव होते कोयला ट्रांसपोर्टिंग पर रोक लगाने की मांग है.
सड़क जाम कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि 12:00 बजे तक जिला व प्रखंड के प्रशासनिक पदाधिकारी नहीं पहुंचे थे. ग्रामीणों ने बताया कि इसकी सूचना सांसद को व पुलिस प्रशासन को दी जा चुकी है. भुवनेश्वर प्रसाद नेता आचार संहिता के कारण नहीं पहुंचे. लेकिन वे घटनास्थल की जानकारी लेने के लिए अपने प्रतिनिधियों को भेजे हुए थे. जबकि, घटनास्थल पर पूर्व विधायक लोकनाथ महतो, संदीप कुशवाहा समेत अन्य प्रतिनिधि पहुंचे हुए थे.
ज्ञातव्य हो कि हजारीबाग से बड़कागांव, केरेडारी वाया टंडवा रोड पर सड़क दुर्घटनाएं हमेशा होती रहती हैं. कई बार ग्रामीणों द्वारा ट्रांसपोर्टिंग पर रोक लगाने की मांग की गयी. लेकिन अब तक कोई पहल नहीं किया गया. भारी वाहनों द्वारा हमेशा नो एंट्री का उल्लंघन किया जाता है. मार्च माह में दो सड़क दुर्घटना होने से दो युवकों की मौत हो गयी थी. इससे पहले कई सड़क दुर्घटनाओं में दर्जनों लोगों की मौत हो गयी. लेकिन सरकार की ओर से अब तक कोई सकारात्मक पहल नहीं की गयी है. इस कारण ग्रामीणों में आक्रोश है.
सड़क जाम के कारण थम गया बड़कागांव
सड़क दुर्घटना के विरोध में सड़क जाम होने से बड़कागांव का जनजीवन थम गया. बाहरी वाहन जहां के तहां खड़े रह गये. यात्री वाहन भी हजारीबाग से टंडवा तक नहीं चल पाए. इस कारण यात्री परेशान रहे. शादी विवाह भी प्रभावित रहा. सरकारी व गैरसरकारी संस्थान भी प्रभावित रहे.