नयी दिल्ली : राजनीति की पिच पर बल्लेबाजी करने उतरे गौतम गंभीर ने बृहस्पतिवार को कहा कि एसी कमरों में बैठकर किसी मुद्दे पर ट्वीट करना बहुत आसान होता है, लेकिन वह जनता की समस्याओं का समाधान निकालने के लिए राजनीति में आये हैं.
हाल में भाजपा में शामिल हुए गंभीर पूर्वी दिल्ली सीट से कांग्रेस उम्मीदवार अरविंदर सिंह लवली एवं आप की आतिशी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने आप नेता अरविंद केजरीवाल पर परोक्ष हमले में कहा, दिल्ली को दिल्ली बनाने की जरूरत है, लंदन या पेरिस (बनाने की) नहीं.
दरअसल, केजरीवाल अक्सर पूर्ण राज्य का दर्जा मिलने पर दिल्ली को लंदन और पेरिस की तर्ज पर वैश्विक शहर बनाने की बात करते हैं. गंभीर ने कहा, किसी मुद्दे पर एसी कमरों से ट्वीट करना बहुत आसान है. मैं लोगों की समस्याओं का समाधान खोजने के लिए राजनीति में आया हूं.
उन्होंने कहा, मैं सच्ची भावना से क्रिकेट खेला और अब इसी मंशा से मैं राजनीति में आया हूं. पूर्ण राज्य के मुद्दे पर गंभीर ने ‘आप’ पर कटाक्ष करते हुए दावा किया कि दिल्ली की सत्तारूढ़ पार्टी अपनी नाकामियों को ‘छिपाने के लिए’ चुनावों के दौरान इस मुद्दे को उठा रही है.
क्रिकेट मैदान पर अपनी आक्रामक छवि के लिए चर्चित गंभीर ने संवाददाताओं के सवालों का जवाब बहुत शांति से दिया और जब उनसे पूर्वी दिल्ली सीट के बारे में पूछा गया तो भी उन्होंने कोई भावनाएं व्यक्त नहीं कीं. जब उनसे पूछा गया कि पूर्वी दिल्ली में कितने विधानसभा क्षेत्र और नगर निगम वार्ड आते हैं तो उन्होंने जवाब दिया, 10 विधानसभा क्षेत्र और 39 वार्ड.
गंभीर ने कहा कि उनका दृष्टिकोण स्पष्ट है और वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बहुत प्रभावित हैं. उन्होंने कहा कि वह उनके प्रचार में जुटे भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की शानदार टीम की मदद से जीत दर्ज करेंगे. अगर जीत मिलती है तो उनकी अपने क्षेत्र के लिए योजनाएं और प्राथमिकताएं क्या होंगी, गंभीर ने कहा, मैं यहां झूठे वादे करने नहीं आया हूं. लोग पांच साल बाद जो बोलेंगे वह मेरा नजरिया होगा.पूर्वी दिल्ली सीट से मौजूदा सांसद महेश गिरी का टिकट कटने के बारे में पूछे जाने पर गंभीर ने कहा, यह पार्टी का फैसला है. मैं इसमें नहीं पड़ना चाहता.
महेश गिरी ने सांसद के रूप में अच्छा काम किया है. कांग्रेस उम्मीदवार लवली की इस टिप्पणी पर कि पूर्व क्रिकेटर बाहरी हैं जो पूर्वी दिल्ली में पिकनिक मनाने आये हैं, के बारे में पूछे जाने पर गंभीर ने कहा, लवली को बताना चाहिए कि क्या वह भाजपा में पिकनिक मनाने आए थे.अप्रैल 2017 में दिल्ली में नगर निगम चुनावों के दौरान पार्टी नेताओं के साथ मतभेदों के चलते लवली ने कांग्रेस छोड़ी थी और भाजपा में शामिल हो गये थे. वह फरवरी 2018 में फिर से कांग्रेस में आ गये थे.