पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि श्रीलंका में पिछले दस महीनों से जारी राजनीतिक अस्थिरता और कमजोर सरकार की वजह से भीषण आतंकी हमले हुए, जबकि भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मजबूत सरकार ने आतंकवाद को कश्मीर के केवल ढाई जिलों तक सीमित कर दिया. देश के अन्य भागों में पांच साल तक कोई आतंकी हमला नहीं हुआ.
सुशील मोदी ने कहा कि यूपीए सरकार के समय आतंकवादी संगठनों का दुस्साहस इतना बढ़ गया था कि वे पुणे, हैदराबाद और गया सहित आधा दर्जन शहरों में सीरियल ब्लास्ट करने में कामयाब हो गये थे. मजबूत सरकार बनने पर प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद की कमर तोड़ कर सुरक्षा के साथ विकास का भरोसा लौटाया.
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आज श्रीलंका की हालत कांग्रेस शासन के भारत जैसी है. पड़ोस की घटनाओं को ध्यान में रख कर लोगों ने तीसरे चरण में भी प्रचंड बहुमत वाली ऐसी सरकार चुनने के लिए वोट दिया है, जो आतंकवादियों को घर में घुस कर मार सके. उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार के कमजोर प्रधानमंत्री ने मुंबई हमले के बाद कोई कार्रवाई नहीं की, जबकि उरी और पुलवामा, दोनों हमलों के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान की परमाणु धमकी की परवाह किये बिना वायुसेना को सर्जिकल स्ट्राइक करने की पूरी छूट दी.
सुशील मोदी ने कहा कि मजबूत प्रधानमंत्री ने आतंकवाद, दंगा और महंगाई पर कठोरता से अंकुश लगाया. राहुल गांधी और लालू प्रसाद बताएं कि क्या वे भारत को फिर से श्रीलंका की तरह लहूलुहान और 300 लोगों की लाश पर विलखता देखना चाहते हैं?