बोधगया (गया) : किसी भी कार्य को पूर्ण संतुष्टि के साथ किया जाये तो उसका आनंद ही अलग होता है. आत्मसंतुष्टि के साथ किया गया कार्य निश्चित रूप से बेहतर रिजल्ट देने वाला होता है. इस कारण किसी भी कार्य को करते वक्त उसे बोझ नहीं समझते हुए पूर्ण इंज्वाय के साथ करने चाहिए.
उक्त बातें बुधवार को भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन ने आइआइएम बोधगया के दूसरे दीक्षांत समारोह में छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा. उन्होंने कहा कि रुपये को एक साधन के रूप में जरूरी अवयव मानना चाहिए नहीं कि उसे बेहद जरूरी संसाधन मान कर कार्य करने चाहिए.
उन्होंने कहा कि किसी भी जॉब में कितने रुपये मिलते हैं यह ज्यादा मायने नहीं रखता बल्कि हम उस कार्य से कितना खुश हैं व उसे करने में कितना आनंद की अनुभूति अपने अंदर कर पा रहे हैं, यह ज्यादा अहमियत रखता है. मुख्य सलाहकार ने इस बीच पूर्व क्रिकेटर राहुल द्रविड़ का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने क्रिकेट खेलने को एक इंज्वाय के रूप में लेने की बात कही थी.