चापानल से खारा ठंडा पानी पीने के लिए ला रहे कुछ मरीज
एकमात्र वाटर कूलर पर भार बढ़ने से वहां भी निकल रहा गर्म पानी
चाईबासा : अप्रैल माह में जेठ जैसी गर्मी पड़ने से लोग हलकान हैं. सूरज आग उगल रहा है, सुबह 10 बजे के बाद लोग घरों से निकलना नहीं चाह रहे हैं. इसके बावजूद पश्चिमी सिंहभूम के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में मरीज गर्म पानी पीने को विवश हैं. अस्पताल में ठंडा पानी की व्यवस्था नहीं है.
मरीज के परिजन इमरजेंसी वार्ड के बाहर लगे चापानल का खारा ठंडा पानी पीने पी रहे हैं. ओपीडी के पास मरीजों व उनके परिजनों की प्यास बुझाने के लिए एक वाटर कूलर लगाया गया है. इसी एकमात्र वाटर कूलर पर अस्पताल में आनेवाले मरीजों के साथ चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मी आश्रित हैं. इस भीषण गर्मी में वाटर कूलर में गर्म पानी निकल रहा है. अस्पताल प्रबंधन ने इसके अलावा कोई दूसरी व्यवस्था नहीं की है. मरीजों को ठंडे पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा हैं.
वार्ड में पीने का पानी की व्यवस्था नहीं
क्षेत्रीय अस्पताल के ऊपरी मंजिल में महिला वार्ड, मैटरनिटी वार्ड व बच्चों का वार्ड व नीचे पुरुष वार्ड, ओपीडी, सीओटी, जीओटी है. इन वार्डों में मरीज व परिजनों के लिए पीने का पानी की कोई व्यवस्था नहीं हैं. वार्ड में भर्ती मरीज व उनके परिजन ओपीडी के बाहर चापानल से ठंडा पानी लाते हैं. जो बाहर जा नहीं पाते हैं, वे बाथरूम का पानी पीने को विवश हैं.
तीन चापानलों में एक खराब
विदित हो कि सदर अस्पताल परिसर में तीन चापानल है, जिसमें में एक मरम्मत के अभाव में खराब पड़ा है. दो चापानल पर मरीज व परिजन आश्रित हैं.