गुमला : पायलट प्रोजेक्ट नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज विरोधी केंद्रीय जनसंघर्ष समिति के महासचिव जेरोम जेराल्ड कुजूर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि हमारे लोग अपने मुद्दों को लेकर किसी तरह का समझौता नहीं करेंगे. वर्तमान में झारखंडी समाज को अपने अस्तित्व व पहचान को लेकर खतरा साफ दिखायी दे रहा है. जल, जंगल व जमीन ही हमारा अस्तित्व है, परंतु पूंजीपतियों की गिद्ध दृष्टि हमारे अस्तित्व पर है.
पिछले दिनों भूमि अधिग्रहण कानून का नया अध्यादेश लाना, सीएनटी व एसपीटी एक्ट में संशोधन का प्रयास, स्थानीय नीति में यहां के मूलनिवासियों को नजरअंदाज करना और धर्मांतरण बिल जैसे कनून को लाकर धार्मिक स्वतंत्रता पर प्रहार करने का प्रयास किया गया है. कोई भी सरकार हमें उजाड़ने का काम नहीं करें. चुनाव के बाद सरकार बनने के छह माह के अंदर यदि आदिवासी-मूलवासी के हित में काम नहीं होता है, तो विधानसभा चुनाव में माकूल जवाब देंगे.
मौके पर समिति के सलाहकार समिति के अनिल मनोहर केरकेट्टा, प्लासिदियुस टोप्पो, सुनील केरकेट्टा, हेनरी तिर्की, अधिवक्ता चंदन मिंज, पात्रिक कुजूर, कुलदीप मिंज, राजन बाड़ा, फ्लोरा मिंज, जया बाड़ा, अलफोंसा बेंग, महावीर मिंज, अरविंद पन्ना, रंजीत कुल्लू, राजेंद्र उरांव व महावीर उरांव मठया सहित अन्य उपस्थित थे.