कोलकाता : बांग्लादेश के लोकप्रिय अभिनेता फिरदौस अहमद द्वारा पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के लिए प्रचार किये जाने के बाद विवाद उत्पन्न हो गया है. भाजपा ने चुनाव आयोग में शिकायत करके आरोप लगाया है कि इससे आचार संहिता का उल्लंघन हुआ है. प्रदेश भाजपा नेताओं जयप्रकाश मजूमदार और शिशिर बाजोरिया ने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) आरिज आफताब से मुलाकात की और उनसे आचार संहिता के कथित उल्लंघन के लिए उचित कार्रवाई का आग्रह किया.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें दिखाया गया है कि फिरदौस के अलावा बंगाली अभिनेता अंकुश और पायल रायगंज लोकसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार कन्हैयालाल अग्रवाल के पक्ष में वोट मांगने के लिए रविवार को एक रोडशो में शामिल हुए. भाजपा नेताओें ने आफताब से सोमवार को मुलाकात की और शिकायत की.
प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष मजूमदार ने कहा, ‘हमारा मानना है कि यह पूरी तरह से अवैध कदम है जिसे जानबूझकर उठाया गया. यह तृणमूल कांग्रेस की दिवालिया राजनीति का सबूत है.’ उन्होंने सवाल उठाया कि पर्यटन वीजा पर देश की यात्रा पर आया एक बांग्लादेशी नागरिक किसी उम्मीदवार के लिए प्रचार कैसे कर सकता है.
उन्होंने आरोप लगाया कि अभिनेता को क्षेत्र में अल्पसंख्यक मतदाताओं के ध्रुवीकरण के लिए लाया गया. दावा किया गया कि फिरदौस ने अग्रवाल के साथ मंच साझा करते हुए मतदाताओं से कहा, ‘सभी को तृणमूल कांग्रेस के लिए वोट करना चाहिए. सभी को दीदी (तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी) के लिए वोट करना चाहिए.’
अग्रवाल ने कहा, ‘मुझे इस (फिरदौस द्वारा उनके लिए प्रचार करने के) बारे में कोई जानकारी नहीं है. मेरे केवल दो स्टार प्रचारक हैं ममता बनर्जी और सुवेंदू अधिकारी. मैं ममता की दो रैलियों में शामिल हुआ हूं और आज मैं इस्लामपुर में एक रोडशो में शामिल हुआ जिसमें सुवेंदू अधिकारी मौजूद थे.’ तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्य के पूर्व मंत्री मदन मित्रा ने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि अभिनेता ने रैली में हिस्सा लिया या नहीं या क्या उसे उम्मीदवार द्वारा आमंत्रित किया गया था. लेकिन मुझे नहीं लगता कि आचार संहिता का कोई उल्लंघन है.’
उन्होंने कहा कि आचार संहिता कहता है कि कोई विदेशी उम्मीदवार नहीं हो सकता लेकिन मुझे नहीं लगता कि यदि कोई प्रचार में हिस्सा लेता तो इसमें कोई हानि नहीं है. मुझे आदर्श आचार संहिता का कोई उल्लंघन नहीं दिखता. टिप्पणी के लिए संपर्क किये जाने पर सीईओ कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मामले को देखा जा रहा है.