चैती छठ महापर्व के तीसरे दिन गुरुवार को छठव्रतियों ने अस्ताचलगामी भगवान सूर्य देव को अर्घ दिया. शुक्रवार को उदीयमान भगवान सूर्य को अर्घ देकर छठ महापर्व सपंन्न हुआ.
हमहूं अरघिया देबई हे छठी मइया...
केलवा जे फरेले घवद से उहे पर सुगा मंड़राए… मारबउ रे सुगवा धनुष से… कांच ही बांस के बहंगिया बहंगी लचकत जाये… होख न सुरुज देव सहइया बहंगी घाट पहुंचाये… पटना के घाट पर हमहूं अरघिया देबई हे छठी मइया… केलवा के पात पर उगेलन सुरुजदेव… आस्था की गहराइयों से निकले इन्हीं गीतों के साथ लोक आस्था के महापर्व छठ के तीसरे दिन अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ दिया गया. सूर्योपासना का यह चार दिवसीय महापर्व आज उदीयमान सूर्य को अर्घ देकर खत्म होगा. इसके बाद प्रसाद का वितरण होगा. ऋगवैदिक काल से सूर्योपासना होती आ रही है. चार दिवसीय छठ पर्व का प्रारंभ चैत्र चतुर्थी को होता है और समापन चैत्र माह की सप्तमी को किया जाता है. यह महापर्व प्रकृति के प्रति कृतज्ञता जाहिर करने की हमें याद िदलाता है. यह पर्व संदेश देता है कि सामाजिक स्तर पर सब लोग बराबर हैं. न कोई आडंबर, न कोई िदखावा. इसमें बराबरी के संदेश छुपे हुए है.
गंगा घाटों पर उमड़ी भीड़
चैती छठ में अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ देने के लिए गुरुवार को राजधानी के प्रमुख गंगा घाटों पर भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी. 20 हजार से अधिक व्रतियों ने पटना सिटी से दीघा तक फैले 55 घाटों पर भगवान भास्कर को संध्या का अर्घ दिया. उनके परिजन और परिचित भी इस दौरान बड़ी संख्या में उपस्थित थे. इस दौरान दीघा पाटीपुल घाट, शिवा घाट, मीनार घाट, गेट नंबर 92 और 93 घाट, सूर्य मंदिर घाट, गायघाट, कंटाही घाट और भद्रा घाट पर श्रद्धालुओं की अधिक भीड़ दिखी.
लाइट से जगमग दिखे घाट
घाटों के किनारे अवस्थित मंदिरों को भी अच्छे ढंग से सजाया गया था. तालाबों के किनारे बने घाटों और उन तक जाने वाले रास्ते पर भी रोशनी की बेहतर व्यवस्था थी. प्रशासनिक व्यवस्था भी इस दौरान पुख्ता दिखे. प्रमुख घाटों पर गोताखोर भी माैैजूद थे. कई लोगों ने अपने घरों की छतों पर भी कठौते में पानी रखकर अर्घ दिया.
इस बार चैती छठ में दिखी भीड़
दो-तीन वर्ष पहले तक चैती छठ में बहुत कम श्रद्धालु दिखते थे, लेकिन इस वर्ष श्रद्धालुओं की संख्या में पिछले वर्षों की तुलना में दोगुनी से भी अधिक वृद्धि दिखी.
गंगा घाट ही नहीं शहर के सभी छोटे बड़े तालाब जहां सामान्य छठ पूजा होती है, इस वर्ष चैती छठ में भी भीड़ दिखी. अनिसाबाद के मानिकचंद तालाब, गर्दनीबाग के कच्ची तालाब, पंच मंदिर तालाब और पटना सिटी के मंगल तालाब में इस दौरान अधिक भीड़ दिखी.
डीएम-एसएसपी ने किया निरीक्षण
चैती छठ के मौके पर गंगा के कई घाटों पर प्रशासन की ओर से बेहतर प्रबंधन किया गया था. घाटों पर चेंजिंग रूम, पानी की सुविधा, महिला व पुरुष के लिए अलग से यूरिनल व पब्लिक एड्रेस सिस्टम से साथ घाटों पर प्राथमिक स्वास्थ्य कैंप की व्यवस्था की गयी थी. नकटा दियारा घाट, शिवा घाट, मीनार घाट, गेट नं0-32 एवं 33 घाट, सूर्यमंदिर घाट, गेट नं0-83 घाट, बांस घाट, कलेक्ट्रेरियट एवं महेन्द्रु घाट, गांधी घाट, लॉ कालेज घाट, रानी घाट, बरहरवा घाट, बालू घाट, घघा घाट, रौशन घाट, जगननाथ घाट, चौधरी टोला घाट, देवराहा बाबा घाट, पथरी घाट, भद्र घाट, कंटाही घाट, महावीर घाट एवं गाय घाट में प्रशासन द्वारा व्यवस्था की गयी थी. घाटों का हाल जानने के लिए डीएम कुमार रवि, एसएसपी गरिमा मलिक ने घाटों का निरीक्षण किया.
जलाशयों के किनारे हजारों श्रद्धालुओं ने दिया अर्घ
फुलवारीशरीफ. चैती छठ को लेकर फुलवारीशरीफ समेत आसपास के ग्रामीण इलाकों में घाटों से लेकर विभिन्न जलाशयों के किनारे हजारों श्रद्धालुओं ने अस्त होने वाले भगवान सूर्य को अर्घ दिया और पूजा-अर्चना की.गंगा तटों पर छठ पूजा के पारंपरिक गीत गूंजते रहे प्रखंड घाट ,बहादुरपुर घाट ,लख पर ,पुनपुन नदी के कई घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध थे.
अथमलगोला : प्रखंड के तमाम गंगा घाटों पर गुरुवार की शाम अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ अर्पण किया गया. शाम से ही छठ व्रतियों का घाट पर आना शुरू हो गया था. छठ व्रतियों की सुविधा के लिए गंगा घाटों के रास्ते की सफाई घाट पर बैरिकेडिंग के साथ सजाया भी गया था. इस दौरान प्रखंड विकास पदाधिकारी कुमार मनीष भारद्वाज अंचलाधिकारी पंकज कुमार थानाध्यक्ष उत्तम कुमार एवं थाने के पुलिस बल ने कई घाटों का निरीक्षण किया.
गायघाट, खाजेकलां घाट और भद्र घाट पर उमड़ी भीड़
पटना सिटी. आस्था व विश्वास की अंजूरी से भक्तों ने गुरुवार को व्रतियों द्वारा अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ अर्पित किया गया. चैती छठ को लेकर शहरी व गांव- देहात से भक्तों की भीड़ गंगा तट पर अर्घ अर्पित करने के लिए जुटी थी. अनुमंडल के 55 गंगा घाटों पर व्रतियों की भीड़ जुटी थी. हालांकि, सबसे अधिक भीड़ गायघाट, खाजेकलां घाट, भद्र घाट, महावीर घाट, गुरु गोबिंद सिंह घाट, किला रोड घाट व पत्थर घाट के साथ अन्य गंगा घाटों पर थी.
तालाबों में भी अर्घ देने पहुंचे
बिक्रम. छठ महापर्व पर क्षेत्र की विभिन्न नदियों, तालाबों में पहुंचे व्रतियों ने डूबते सूर्य को अर्घ दिया.
बख्तियारपुर: छठ व्रत को लेकर गुरुवार को व्रतियों ने 36 घंटे तक निर्जला उपवास रख डूबते सूर्य को अर्घ अर्पित किया.
दुल्हिनबाजार. उलार गांव स्थित प्रसिद्ध ओलार्क सूर्य मंदिर में पहुंचे केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव ने चार दिवसीय चैती छठ पर्व के दौरान बिनोद शर्मा, महामंत्री अंजेश कुमार, मनोज शर्मा, पालीगंज दीपक कुमार, कुंदन कुमार व सरपंच रजनीकांत के अलावा अन्य लोग मौजूद थे.
फतुहा. कटैया घाट पर मुख्य पार्षद रूपा कुमारी के हाथों छठ व्रतियों को पूजन सामग्री वितरित की गयी. मस्ताना घाट, त्रिवेणी घाट, महावीर घाट तथा मौनिया घाट पर भी छठ व्रतियों ने अर्घ दिया.इस अवसर पर थानाध्यक्ष मनीष कुमार, समाजसेवी संजय गोप डाॅ दयानंद यादव आदि मौजूद थे.
मसौढ़ी. चैती छठ में प्राचीन श्रीविष्णु सूर्य मंदिर मणिचक तालाब घाट पर हजारों व्रतियों ने अर्घ दिया. कई व्रतधारी महिलाएं मूर्क्षित होकर बेहोश होने लगीं. हालांकि, मौके पर मौजूद मसौढ़ी पीएचसी के चिकित्सकों ने बेहोश महिलाओं का प्राथमिक उपचार किया. करीब आधे घंटे की भारी मशक्कत के बाद स्थिति सामान्य हो सकी.