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पिछली बार बंटा था वोट, इस बार संतालपरगना में दलों का मुकाबला आमने-सामने
सुनील चौधरी संतालपरगना : सभी पार्टियों की गठबंधन के सहारे नैया पार लगाने की कोशिश रांची : संतालपरगना प्रमंडल में तीन लोकसभा सीट है. इसमें दुमका और राजमहल एसटी सुरक्षित सीट है. जबकि गोड्डा सामान्य सीट है. इस बार लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले ही पार्टियां राज्य में गठबंधन के सहारे चुनावी नैया पार […]
सुनील चौधरी
संतालपरगना : सभी पार्टियों की गठबंधन के सहारे नैया पार लगाने की कोशिश
रांची : संतालपरगना प्रमंडल में तीन लोकसभा सीट है. इसमें दुमका और राजमहल एसटी सुरक्षित सीट है. जबकि गोड्डा सामान्य सीट है. इस बार लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले ही पार्टियां राज्य में गठबंधन के सहारे चुनावी नैया पार लगाने की कोशिश में हैं.
एक ओर संविधान और सांप्रदायिकता के लिए खतरा बता भाजपा को सत्ता से बाहर रखने की रणनीति के तहत कांग्रेस, झाविमो, झामुमो और आरजेडी महागठबंधन के नाम से एक साथ चुनाव लड़ रही हैं, तो दूसरी ओर भाजपा और आजसू पार्टी मिलकर ताल ठोक रहे हैं. महागठबंधन में वाम दलों को स्थान नहीं मिलने के कारण वाम मोर्चा बनाकर वाम पार्टियां भी चुनाव में जुट चुकी हैं.
संतालपरगना में वर्ष 2014 में यूपीए गठबंधन में शामिल दल और एनडीए के दल अलग-अलग चुनाव लड़े थे. इसके बावजूद झारखंड के 14 में से 12 सीट भाजपा जीतने में सफल हुई थी. मोदी लहर ने कांग्रेस का झारखंड लोकसभा सीट से सफाया कर दिया था. पर भाजपा के विजयी रथ को संतालपरगना में ही रोका गया था. मोदी लहर के बावजूद दुमका और राजमहल सीट झामुमो के खाते में गयी थी.
राजमहल लोकसभा सीट
2014 में राजमहल सीट से जेएमएम ने जीत दर्ज की. यहां जेएमएम-कांग्रेस ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था. जबकि झाविमो अलग था. भाजपा और आजसू भी अलग-अलग चुनाव लड़े थे. जबकि इस बार झामुमो, कांग्रेस और बाबूलाल की पार्टी झाविमो साथ मिलकर लड़ रहे हैं.
आजसू भी भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ रहा है. इस बार झामुमो से पुन: विजय हांसदा और भाजपा से हेमलाल मुर्मू टकरा रहे हैं. दोनों के बीच आमने-सामने का मुकाबला है़
वर्ष 2014 में क्या थी वोट की स्थिति
पार्टी कितने मिले थे वोट
झाविमो 97374
भाजपा 338170
सीपीआई 58034
जेएमएम 379509
आजसू 6761
झामुमो के विजय हांसदा ने जीत दर्ज की थी.
दुमका लोकसभा सीट
दुमका लोकसभा क्षेत्र झारखंड मुक्ति मोर्चा का गढ़ रहा है. वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में शिबू सोरेन इस सीट से चुनाव जीते थे. उनके खिलाफ झाविमो के बाबूलाल मरांडी और भाजपा ने चुनाव लड़ा था.
पर पिछली बार एक-दूसरे खिलाफ लड़ने वाले शिबू सोरेन को बाबूलाल मरांडी का इस बार साथ मिल रहा है. कांग्रेस इस बार भी साथ है. दुमका से अपना कोई प्रत्याशी न तो कांग्रेस ने दिया और न ही झाविमो ने. भाजपा के सुनील सोरेन और झामुमो के शिबू सोरेन के बीच दुमका में
आमने-सामने का
2014 में क्या थी वोट की स्थिति
पार्टी कितने मिले थे
झाविमो 158122
भाजपा 296787
भाकपा माले 5813
झामुमो 337815
झामुमो के शिबू सोरेन ने जीत दर्ज की थी.
गोड्डा लोकसभा सीट
गोड्डा लोकसभा क्षेत्र में देवघर, गोड्डा जिला समेत दुमका का भी कुछ हिस्सा आता है. वर्ष 2014 के चुनाव में भाजपा के निशिकांत दुबे ने जीत दर्ज की थी. वर्ष 2014 में विपक्ष की ओर से कांग्रेस, झाविमो, आजसू और माले के उम्मीदवार थे. पर इस बार महागठबंधन में यह सीट झाविमो के खाते में गयी है. कांग्रेस ने यहां से उम्मीदवार नहीं दिया है. वहीं झाविमो को झामुमो का भी समर्थन है.
इस क्षेत्र में पहले से ही झामुमो का प्रभाव रहा है. दूसरी ओर पिछली बार भाजपा के खिलाफ लड़नेवाली आजसू पार्टी इस बार भाजपा के साथ खड़ी है. झाविमो से प्रदीप यादव चुनाव लड़ रहे हैं. उनका सीधा मुकाबला निशिकांत दुबे से होगा. दोनों के बीच आमने-सामने का मुकाबला है. हालांकि कांग्रेस के फुरकान अंसारी टिकट नहीं मिलने से नाराज हैं. उनकी पुत्री यहां से तृणमूल पार्टी से चुनाव लड़ने जा रही है. तब मुकाबला दिलचस्प हो सकता है. पिछली बार फुरकान अंसारी कांग्रेस के प्रत्याशी थे और दूसरे स्थान पर रहे थे.
2014 में क्या थी वोट की स्थिति
पार्टी कितने मत मिले थे
झाविमो 193456
भाजपा 380500
भाकपा माले 4344
कांग्रेस 319818
आजसू 10998
भाजपा के निशिकांत दुबे ने जीत दर्ज की थी
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