लखनऊ/नयी दिल्ली : उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव से पहले एक बड़ा राजनीतिक उथल-पुथल हुआ है. यहां निषाद पार्टी ने एनडीए के साथ गठबंधन कर लिया है. इसके साथ ही गोरखपुर से वर्तमान सपा सांसद प्रवीण निषाद ने भाजपा का दामन थाम लिया है. यहां चर्चा कर दें कि गोरखपुर में लोकसभा उपचुनाव के दौरान सपा ने प्रवीण निषाद को उतारा था.
गुरुवार को तेलंगाना से कांग्रेस के पूर्व सांसद आनंद भास्कर रापोलू तथा गोरखपुर से समाजवादी पार्टी के सांसद प्रवीण कुमार निषाद गुरूवार को भाजपा में शामिल हो गये. इस अवसर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री जे पी नड्डा ने कहा कि दोनों नेताओं का अपने इलाकों में काफी प्रभाव है और ये मोदी सरकार की नीतियों में भरोसा होने के कारण भाजपा में शामिल हुए हैं. रापोलू तेलंगाना आंदोलन से जुड़े रहे और उन्होंने पिछले महीने कांग्रेस छोड़ी थी.
प्रवीण निषाद गोरखपुर से पिछले उपचुनाव में विजयी हुए थे जब उन्होंने भाजपा के खिलाफ सपा और बसपा से हाथ मिला लिया था. प्रवीण निषाद के पिता संजय निषाद, निषाद पार्टी के प्रमुख हैं. पिछले उपचुनाव में वे सपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे. हालांकि, बाद में संजय निषाद और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बीच मतभेद की खबरें सामने आयी क्योंकि सपा उन्हें अपने चिन्ह पर चुनाव लड़ाना चाहती थी जबकि वे निषाद पार्टी के चिन्ह पर चुनाव लड़ना चाहते थे.
गौर हो कि भाजपा ने अभी तक गोरखपुर सीट से अपना प्रत्याशी खड़ा नहीं किया है जो उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गढ़ माना जाता है.