जमशेदपुर : टाटा स्टील की ग्रेड रिवीजन वार्ता के लिए टाटा वर्कर्स यूनियन की ओर से दिये गये चार्टर ऑफ डिमांड्स से अलग नन टेक्नीकल उम्मीदवारों बहाली का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है. कंपनी के अलग-अलग विभागों में कार्यरत ठेका कर्मचारियों की संख्या का ब्योरा जुटाया गया है.
इसके अलावा 2010 में टाटा स्टील में हुए एनएस ग्रेड की बहाली के बाद से अब तक सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों का ब्योरा भी प्रस्ताव के साथ जोड़ा गया है. यूनियन वार्ता में नन टेक्नीकल की बहाली के लिए नया ग्रेड बनाने का प्रस्ताव रखने वाली है. इसके लिए कंपनी की पंच लाइन का इस्तेमाल किया जा रहा. प्रस्तावित नया ग्रेड एनएस वन ग्रेड से कुछ नीचे होगा. इसे डब्ल्यूएएमटी नाम देने की योजना है.
कहा जा रहा है कि कंपनी में बेहतर कल के निर्माण के लिए स्थायी कर्मचारियों की संख्या का अनुपात स्थिर रखना होगा. यूनियन इस प्रस्ताव को बेहद गोपनीय तरीके से आगे बढ़ा रही है. टाटा स्टील में ग्रेड रिवीजन की वार्ता अगले एक-दो दिन में शुरू होने जा रही है.
पिछले नौ वर्षों में नौ हजार से अधिक कर्मचारी हो चुके हैं सेवानिवृत्त
टाटा वर्कर्स यूनियन का तर्क है कि एनएस ग्रेड की बहाली से अब तक पिछले नौ वर्षों में नौ हजार से अधिक कर्मचारी सेवानिवृत्त हो चुके हैं. हर माह औसतन 100 से अधिक कर्मचारी सेवानिवृत्त हो रहे हैं. कंपनी में वर्तमान में करीब 5000 से अधिक एनएस ग्रेड के कर्मचारी हैं. करीब नाै हजार स्टील वेज के कर्मचारी बचे हैं. वर्तमान में करीब साढ़े तेरह हजार स्थायी कर्मचारी हैं. तकरीबन 30 हजार ठेका कर्मी हैं. यूनियन न्यूनतम वेज को आधार बनाते हुए बहाली का प्रस्ताव प्रबंधन के समक्ष रखने जा रही है.
स्टील वेज के बाद टी ग्रेड व एनएस ग्रेड का हो चुका है निर्माण
टाटा स्टील में कर्मचारियों की बहाली के लिए समय-सम पर यूनियन व प्रबंधन बीच का रास्ता अख्तियार करते रहे हैं. कंपनी में स्टील वेज के बाद टी ग्रेड व एनएस ग्रेेड का निर्माण हो चुका है. अब डब्ल्यूएएमटी के नाम से नया ग्रेड बनाने का प्रस्ताव रखा जा रहा है. वर्ष 2004 में टी ग्रेड निर्माण हुआ. एक निर्धारित अवधि तक सेवा करने के बाद यह स्टील वेज में मर्ज हो गया. इसके बाद वर्ष 2010 में एनएस ग्रेड का निर्माण हुआ. एनएस ग्रेड में करीब 1700 लोगों की बहाली एक बार हुई.