धनबाद : कोयलांचल में राजनीति के अजातशत्रु माने जाने वाले पशुपति नाथ सिंह एक बार फिर लोकसभा चुनाव में किस्मत आजमायेंगे. धनबाद संसदीय सीट से दो बार से जीत रहे श्री सिंह के पास इस बार जीत की हैट्रिक लगाने का मौका है.
24 वर्षों से नहीं हारे हैं कोई चुनाव : छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय पीएन सिंह आरएसपी कॉलेज छात्र संघ के अध्यक्ष बने. फिर तीन बार वार्ड कमिश्नर बने. जनता पार्टी से भारतीय जनता पार्टी में आने के बाद उन्होंने पार्टी के अंदर अपनी अलग पहचान बनायी. पहले भाजपा के जिलाध्यक्ष बने. वर्ष 1995 में पहली बार भाजपा के टिकट पर धनबाद विधानसभा से चुनाव लड़े. कड़े मुकाबले में चुनाव जीत कर विधायक बने. इसके बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.
वर्ष 2000, 2004 में हुए विधानसभा चुनाव में भी जीत का सिलसिला बरकरार रखा. अलग राज्य बनने के बाद पहले बाबूलाल मरांडी तथा फिर अर्जुन मुंडा सरकार में कैबिनेट मंत्री बने. शिक्षा, उद्योग, विधि सहित कई विभागों के मंत्री रहे. वर्ष 2009 में भाजपा ने उन्हें धनबाद लोकसभा से टिकट दिया. इस चुनाव में भी उन्होंने जीत हासिल की. फिर 2014 के चुनाव में तो लगभग तीन लाख मतों से जीत हासिल कर नया रिकॉर्ड बना दिया. तमाम कयासों को दरकिनार करते हुए उन्होंने फिर टिकट लेकर विरोधियों को करारा जवाब दिया. अगर इस बार विजयी हुए तो जीत का छक्का लगायेंगे.
सुनील सिंह का नाम आने से हो रहा था संशय : धनबाद लोस सीट से भाजपा के टिकट को लेकर हाल के दिनों में कई नाम चर्चा में आये, लेकिन धीरे-धीरे स्थिति साफ होने लगी. फिर भी चतरा के सांसद सुनील सिंह का नाम अंत तक चर्चा में रहा. यही कारण है कि पीएन समर्थकों ने सुबह में बधाई का जो पोस्ट फेसबुक पर डाला था, उसे दोपहर होते-होते हटा लिया था. लेकिन सूची जारी होते ही सभी ने फिर से पोस्ट करना शुरू कर दिया.