नयी दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने आईपीएल खेल रहे विश्व कप खिलाड़ियों के कार्यभार को लेकर चल रही बहस के बीच कहा कि थकान की चिंता किये बिना खिलाड़ियों को अधिक से अधिक क्रिकेट खेलना चाहिए .गांगुली ने कहा ,‘‘ मेरी तो यही राय है कि खिलाड़ियों को थकान की चिंता किये बिना जितने मौके मिलें, उतना क्रिकेट खेलना चाहिए.
उन्हें अलबत्ता तरोताजा रहने के तरीके तलाशने होंगे लेकिन नहीं खेलना कोई हल नहीं है .’ उन्होंने कहा ,‘‘ खेलने के मौके बहुत नहीं होते और जितने होते हैं , उनका अधिकतम उपयोग करना चाहिए . खेलते समय चोट लगना स्वाभाविक है और इसकी भी कोई गारंटी नहीं कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलते समय आप चोटिल नहीं होंगे .लेकिन चोटिल होने के मायने अनफिट होना नहीं है.’ एक सवाल के जवाब में आईपीएल की दिल्ली केपिटल्स टीम के सलाहकार गांगुली ने कहा ,‘‘
यह फैसला खिलाड़ियों पर ही छोड़ देना चाहिए कि उन्हें विश्व कप से पहले कितना खेलना है.’ वहीं दिल्ली केपिटल्स के मुख्य कोच और आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने भी कहा कि खिलाड़ी अपने तरीके से कार्यभार प्रबंधन करेंगे .उन्होंने कहा ,‘‘ आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी आईपीएल में देर से आयेंगे और जल्दी लौट जायेंगे .दक्षिण अफ्रीका के खिलाड़ियों के साथ ही ऐसा ही है .मुझे लगता है कि कुछ भारतीय गेंदबाजों को भी इस बारे में ध्यान रखना होगा.’ विश्व कप के प्रबल दावेदारों के बारे में पूछने पर गांगुली ने कहा कि भारत उनमें से एक होगा .उन्होंने कहा ,‘‘ भारत के पास बेहद प्रतिभाशाली टीम है जिसमें विराट, रोहित, शिखर , धौनी जैसे बल्लेबाज और बुमराह , भुवनेश्वर कुमार , ईशांत जैसे गेंदबाज है .
इस टीम को किसी सलाह की जरूरत नहीं है लेकिन मैं इतना ही कहूंगा कि खुलकर खेलें .’ वहीं पोंटिंग ने भारत और आस्ट्रेलिया को प्रबल दावेदारों में बताया .उन्होंने इस बात से इनकार किया कि आस्ट्रेलियाई टीम का दावा पुख्ता नहीं होगा .उन्होंने कहा ,‘‘ मैं ‘फेवरिट ‘ जैसी चीजों में विश्वास नहीं रखता क्योंकि हालात बहुत जल्दी बदल जाते हैं .भारत में वनडे सीरीज जीतने से पहले कोई आस्ट्रेलिया को प्रबल दावेदार नहीं मान रहा होगा लेकिन अब हालात बदल गये हैं .मेरे ख्याल से भारत और आस्ट्रेलिया सबसे मजबूत दावेदार होंगे.’
यह पूछने पर कि क्या भारतीय टीम विराट कोहली पर बहुत ज्यादा निर्भर है, गांगुली ने ना में जवाब दिया .उन्होंने कहा ,‘‘ ऐसा नहीं है . हर पीढी में चैम्पियन क्रिकेटर हुए हैं मसलन हमारे समय में सचिन तेंदुलकर, रिकी पोंटिंग थे और आज विराट हैं .लेकिन मौजूदा भारतीय टीम इतनी प्रतिभाशाली है कि अगर विराट नाकाम रहते हैं तो भी टीम नाकाम नहीं होगी .’