पटना : बिहार के मधेपुरा से सांसद और जन अधिकार पार्टी (जैप) के संरक्षक पप्पू यादव ने मंगलवार को कहा कि महागठबंधन के घटक दलों के अपने दल में जैप के मर्जर की शर्त रखे जाने पर वह अपनी पार्टी के चुनाव चिह्न पर अपने बलबूते चुनाव लड़ेंगे. महागठबंधन में शामिल लोकतांत्रिक जनता दल के संरक्षक शरद यादव को महागठबंधन की ओर से मधेपुरा लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाए जाने की चर्चा के बीच पप्पू ने मंगलवार को कहा कि मेरी सीटिंग सीट के साथ ऐसा क्यों किया जा रहा है, मुझे भी पता नहीं चल रहा.
पप्पूयादव ने पिछले लोकसभा चुनाव में जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव को लालू प्रसाद की पार्टी राजद के उम्मीदवार के तौर पर मधेपुरा लोकसभा सीट से हराया था. पप्पू को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए 2015 में राजद से निष्कासित कर दिया गया था जिसके बाद उन्होंने जैप का गठन किया था.
पप्पू से यह पूछे जाने पर कि उनकी महागठबंधन से कितनी सीट की मांग है, उन्होंने कहा कि उनकी कोई मांग नहीं है. आज देश की चरमरायी आर्थिक स्थिति, महिला सुरक्षा, बेरोजगारी और किसानों की समस्या सहित अन्य जो ज्वलंत मुद्दे हैं, उसका सवाल है. देश हित में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को फिर से सत्ता में आने से रोकना है.
सांसद पप्पू यादव ने कहा कि तीन महीने पूर्व बनी मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी राजग से हाल में निकली उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा जब महागठबंधन का हिस्सा हो सकती है तो पप्पू यादव और उनकी पार्टी जैप से बैर क्यों और मुझे मेरी सीटिंग सीट से निकालने की तैयारी क्यों की जा रही है और इसका कारण क्या है. पप्पू ने कहा कि महागठबंधन द्वारा उनकी सीटिंग सीट के बजाए पाटलिपुत्र, छपरा अथवा सीतामढ़ी से उम्मीदवार बनाया जा सकता है.
यह पूछे जाने पर कि मधेपुरा सीट उन्हें आवंटित किये जाने में राजद और कांग्रेस में से किसके द्वारा बाधा उत्पन्न की जा रही है, तो पप्पू ने कहा कि वे नहीं जानते हैं कि कौन बनी बाधा है. मुझे सभी लोग अपने दल में मर्ज कराने के लिए आतुर हैं. यह पूछे जाने पर कि महागठबंधन में शामिल किस दल की ओर से आपकी पार्टी को अपने में मर्ज कराने का प्रस्ताव आपके समक्ष रखा गया है, पप्पू ने इसका खुलासा करने से इन्कार करते हुए कहा कि जो भी बात कर रहे हैं, वे कह रहे हैं कि पहले मर्ज कीजिए.
यह पूछे जाने पर कि क्या राजद उनके मामले में बाधक बन रहा है तो पप्पू ने राजद नेता तेजस्वी का नाम लिए बिना उनकी ओर इशारा करते हुए कहा कि वे राजद परिवार को दोष नहीं देंगे पर कुछ लोग जो कि सवाल उठाते हैं उन्हें यह पता होना चाहिए कि यह बिहार का चुनाव नहीं देश का चुनाव है. कभी पप्पू यादव तो कभी कन्हैया कुमार या किसी अन्य से ‘कंप्लेक्स’ हो जाए तो यह देश के हित की बात नहीं है.
महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर राजद और कांग्रेस के बीच बने गतिरोध पर पप्पू ने कहा, ‘’आप कांग्रेस को लगातार अपमानित कर रहे हैं. कभी कहते हैं कि सीटें लेना है तो लीजिए नहीं तो घोषणा (सीटों) कर देंगे. महागठबंधन के बाकी अन्य घटक दलों रालोसपा, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तान अवामी मोर्चा सेक्युलर और वीआईपी को उनकी मांग के अनुसार सीटें दें पर देश में सत्तर साल शासन करने वाले दल कांग्रेस को ही आप आंख दिखा रहे हैं.’ उन्होंने महागठबंधन में स्वयं और अपनी पार्टी को लेकर बने गतिरोध और वामदलों को दरकिनार किए जाने पर प्रश्न उठाते हुए कहा कि जब लालू-नीतीश एक हो सकते हैं तो फिर पप्पू यादव से ही लड़ाई क्यों.