उन्होंने कहा कि भाजपाईयों से संविधान और आरक्षण बचाने के लिए 2015 के चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी होते हुए भी हमने नीतीश जी को मुख्यमंत्री बनाया. यहां तक कि विधानसभा अध्यक्ष का पद भी उन्हीं को दिया. लेकिन, उन्होंने सृजन घोटाले से बचने के लिए जनादेश का ही चीरहरण कर दिया. साथ ही उन्होंने लालू प्रसाद यादव के वक्तव्य का उदाहरण देते हुए कहा कि वर्ष 2014 में लालू प्रसाद यादव ने कहा था कि यह चुनाव निर्धारित करेगा कि देश टूटेगा या रहेगा. दंगाई ताकतें इस देश और संविधान को खंडित कर देंगी. उनकी वाणी एक हद तक सही साबित हुई. पिछले पांच वर्षों में संविधान और संवैधानिक संस्थाओं के साथ तानाशाहों ने क्या-क्या खिलवाड़ किया, यह किसी से छिपा नहीं है.
2014 में @laluprasadrjd जी ने कहा था, यह चुनाव निर्धारित करेगा कि देश टूटेगा या रहेगा,दंगाई ताक़तें इस देश और संविधान को खंडित कर देंगी। उनकी वाणी एक हद तक सही साबित हुई।5 वर्षों में संविधान और संवैधानिक संस्थाओं के साथ तानाशाहों ने क्या-क्या खिलवाड़ किया यह किसी से छिपा नहीं है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) March 16, 2019
भाजपाईयों से संविधान और आरक्षण बचाने के लिए 2015 के चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी होते हुए भी हमने नीतीश जी को CM बनाया। यहाँ तक कि विधानसभा अध्यक्ष का पद भी उन्हीं को दिया लेकिन दग़ाबाज़ व मौक़ापरस्त कुर्सीवादी सीएम ने सृजन घोटाले से बचने के लिए जनादेश का ही चीरहरण कर दिया।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) March 16, 2019
संविधान और देश पर अभूतपूर्व संकट है। अगर अबकी बार विपक्ष से कोई रणनीतिक चुक हुई तो फिर देश में आम चुनाव होंगे या नहीं, कोई नहीं जानता? अगर अपनी चंद सीटें बढ़ाने और सहयोगियों की घटाने के लिए अहंकार नहीं छोड़ा तो संविधान में आस्था रखने वाले न्यायप्रिय देशवासी माफ़ नहीं करेंगे।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) March 16, 2019