क्या छत्तीसगढ़ कांग्रेस में दरार पड़ने वाली है ? यह सवाल लोगों के मन में कुछ दिनों से आ रहा है. दरअसल पंजाब में कांग्रेस का सफाया करके सत्ता पर काबिज होने वाली आम आदमी पार्टी (आप) छत्तीसगढ़ में भी सियासी खेल खेलने की तैयारी में है. इस बीच खबर आयी कि कभी मुख्यमंत्री पद के दावेदार रहे प्रदेश के कद्दावर नेता टीएस सिंहदेव से ‘आप’ ने संपर्क किया था. खुद सिंहदेव ने इस संबंध में मीडिया के सामक्ष स्वीकार किया कि आम आदमी पार्टी ने उनसे संपर्क किया था.
कांग्रेस के दिग्गज नेता टीएस सिंहदेव ने कहा है कि आप ने मुझसे संपर्क किया था लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मेरी मुलाकात कभी नहीं हुई है. आप नेताओं को संदेश मुझतक जरूर पहुंचा है. सिंहदेव ने आगे कहा कि मैं कांग्रेस में हूं और बना रहूंगा. आपको बता दें कि ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री पद का फार्मूला फेल होने के बाद राजनीतिक गलियारों में इस बात पर चर्चा तेज थी कि सिंहदेव कांग्रेस का दामन छोड़ सकते हैं.
मीडिया से बात करते हुए सिंहदेव ने कहा कि मैं कांग्रेस में हूं और हमेशा यहीं बना रहूंगा. भाजपा में मैं कभी नहीं जाऊंगा. मेरे परिवार की पांच पीढ़िया कांग्रेस में रहीं हैं. कांग्रेस के बाहर जाने की सोच भी नहीं सकता हूं. सिंहदेव ने आम आदमी पार्टी को लेकर कहा कि छत्तीसगढ़ में फिलहाल आप तीसरा विकल्प नहीं है.
Also Read: Congress Crisis: जाएगी भूपेश बघेल की कुर्सी? छत्तीसगढ़ के 15 विधायक पहुंचे दिल्ली, टीएस सिंहदेव ने कही ये बात
यहां चर्चा कर दें कि जून 2021 में मुख्यमंत्री के रूप में बघेल के ढाई वर्ष पूरे होने के बाद स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के खेमे ने दावा किया था कि आलाकमान ने ढाई-ढाई वर्ष मुख्यमंत्री पद की सहमति दी थी. राज्य में मुख्यमंत्री पद को लेकर हुए विवाद के बाद कांग्रेस आलाकमान ने विवाद को सुलझाने के लिए अगस्त 2021 में बघेल और सिंहदेव को दिल्ली बुलाया था. जब बघेल दिल्ली में थे तब कांग्रेस के 70 में से 54 विधायकों ने उनके समर्थन में दिल्ली का दौरा किया था.
Posted By : Amitabh Kumar