बजरंग बली के नाम पर राजनीति जारी है. इस क्रम में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि बजरंग बली की जय बोलने में हमें कोई तकलीफ नहीं है. इन्होंने (भाजपा) कभी यहां रामायण कराई, कौशल्या माता का मंदिर बनवाया? हमने यहां रामायण कराई है. नरेंद्र मोदी जी 40% कमीशन, अडानी, अरुणाचल प्रदेश हिंसा आदि पर क्यों नहीं बोल रहे?
आपको बता दें कि कर्नाटक चुनाव से पहले कांग्रेस की ओर से जारी घोषणा पत्र के बाद राजनीति जारी है. इसमें बजरंग दल पर बैन लगाने की बात की गयी है. हालांकि इसके बाद कांग्रेस के बड़े नेताओं ने मामले पर सफाई दी है. उनकी ओर से कहा गया है कि कांग्रेस बजरंग बली के खिलाफ नहीं है. भाजपा की ओर से जान बूझकर मामले को तूल दिया जा रहा है.
यहां चर्चा कर दें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहले कह चुके हैं कि यदि जरूरत होगी तब छत्तीसगढ़ में भी परिस्थिति के अनुसार बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने पर विचार किया जा सकता है. सीएम बघेल ने कुछ दिन पूर्व एक कार्यक्रम के बाद मीडिया से बात की और कहा कि बजरंग दल पर प्रतिबंध (कर्नाटक में) लगाने का वादा किया गया है. बजरंगबली हनुमान पर नहीं…. बजरंगबली हमारे आराध्य हैं. वह बजरंग नाम जोड़कर गुंडागर्दी कर रहे हैं, यह तो उचित नहीं है.
बजरंग बली की जय बोलने में हमें कोई तकलीफ नहीं है। इन्होंने (भाजपा) कभी यहां रामायण कराई, कौशल्या माता का मंदिर बनवाया? हमने यहां रामायण कराई है… मोदी जी 40% कमीशन, अडानी, अरुणाचल प्रदेश हिंसा आदि पर क्यों नहीं बोल रहे?: छत्तीसगढ़ CM भूपेश बघेल, रायपुर pic.twitter.com/sAFYCsKmeY
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 6, 2023
जब बघेल से सवाल किया गया कि क्या छत्तीसगढ़ में भी इस संगठन पर पाबंदी लगाई जा सकती है, तब उन्होंने कहा कि वहां (कर्नाटक में) क्या हो रहा है वहां के हिसाब से हो रहा है, यहां जो होगा वह यहां की परिस्थिति के हिसाब से होगा. यहां के बजरंगियों ने जब गड़बड़ किया, तब हम लोगों ने ठीक कर दिया. जरूरत पड़ेगी तो यहां भी सोचेंगे.
इधर तेलंगाना में भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को कर्नाटक कांग्रेस के चुनावी घोषणापत्र में बजरंग दल पर प्रस्तावित प्रतिबंध के खिलाफ यहां विरोध जताया और कांग्रेस मुख्यालय पर सार्वजनिक रूप से ‘हनुमान चालीसा’ का पाठ किया. पुलिस की ओर से बताया गया कि भाजपा की युवा शाखा के करीब 20 कार्यकर्ता कांग्रेस कार्यालय पहुंचे और हनुमान चालीसा का पाठ करना शुरू कर दिया, लेकिन उन्हें यातायात बाधित होने के मद्देनजर उस स्थान से हटाकर पुलिस थाने में स्थानांतरित करना पड़ा.