Chhattisgarh IT Raid|Bhupesh Baghel|प्रवर्तन निदेशालय और इनकम टैक्स की छत्तीसगढ़ में हुई रेड पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि 17 नवंबर के बाद ये लोग ब्रेक लेंगे. छत्तीसगढ़ मे इन दोनों केंद्रीय एजेंसियों की छापेमारी रुक जाएगी. पत्रकारों से बातचीत में भूपेश बघेल ने मंगलवार (सात नवंबर) को यह बात कही. छत्तीसगढ़ चुनाव में प्रथम चरण में 20 विधानसभा सीटों पर हो रहे मतदान के बीच कांग्रेस नेता भूपेश बघेल का यह बयान आया है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) जब चुनाव हारने लगती है, तो अपने दो सबसे मजबूत एजेंसियों को दौड़ा देती है. इनकम टैक्स और इनफोर्समेंट डायरेक्टरेट यानी ईडी इनके दो हथियार हैं, जिसके जरिए बीजेपी अपने दुश्मनों को डराती है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने कहा कि 17 नवंबर तक ये एजेंसियां सक्रिय रहेंगी. इसके बाद ब्रेक लेंगी. उन्होंने कहा कि ईडी-आईटी के अफसरों के भी घर-परिवार हैं. उन्हें भी ब्रेक मिलेगा. फिर लोकसभा चुनाव जब करीब आएंगे, तो यही एजेंसियां एक बार फिर सक्रिय हो जाएंगी.
छत्तीसगढ़ में सोम समूह के ठिकानों पर आईटी की रेड
भूपेश बघेल का यह बयान छत्तीसगढ़ में एक शराब बनाने वाली कंपनी के ठिकानों पर मंगलवार को हुई छापेमारी के बाद आया. बता दें कि शराब निर्माण एवं बिक्री के क्षेत्र में अग्रणी कंपनी सोम समूह के खिलाफ टैक्स चोरी की जांच के तहत आयकर विभाग ने छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में छापेमारी की. बताया गया है कि जांच के तहत मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, दिल्ली एवं कर्नाटक में करीब 40-50 परिसरों पर आयकर विभाग की टीम ने रेड मारी है. मध्यप्रदेश में भोपाल और पास के रायसेन जिले में कई स्थानों पर छापेमारी चल रही है. यहां कारोबारी घराने के कई बड़े प्रतिष्ठान हैं.
समूह की कंपनियों में ‘बेनामी’ निदेशक!
सूत्रों ने कहा कि कर विभाग कंपनी में कुछ विदेशी स्रोतों सहित धन के निवेश के आरोपों पर गौर कर रहा है. उन्होंने कहा कि विभाग समूह की कंपनियों में कुछ कथित ‘बेनामी’ निदेशकों के होने के आरोपों की भी जांच कर रहा है. समूह का अपना ‘बॉटलिंग प्लांट’ (बोतल निर्माण एवं उसमें शराब भरने का कार्य करने के लिए संयंत्र) है और यह शराब पेय पदार्थों के निर्माण, विपणन, बॉटलिंग, लेबलिंग और वितरण में शामिल है. अभी हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के छत्तीसगढ़ दौरे से पहले ईडी ने करोड़ों रुपए नकद बरामद किए थे. इसके बाद खुलासा किया था कि महादेव सट्टा ऐप के मालिक से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अब तक 508 करोड़ रुपए मिले हैं. इसके बाद से बीजेपी छत्तीसगढ़ के सीएम पर हमलावर है. वहीं, भूपेश बघेल भी बार-बार ईडी और अन्य केंद्रीय एजेंसियों को कठघरे में खड़ा करते रहे हैं. (एजेंसी इनपुट के साथ)
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