छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दंतेवाड़ा में नक्सलियों के आईईडी हमले में जान गंवाने वाले डीआरजी जवान के पार्थिव शरीर को कंधा दिया. इसका वीडियो भी सामने आया है. कंधा देते वक्त सीएम बघेल की आंखें नम हो गयी. दंतेवाड़ा में नक्सली हमले पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि मैं 10 डीआरजी जवानों और एक ड्राइवर की मौत पर गहरा शोक व्यक्त करता हूं. उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. इसमें शामिल नक्सलियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. जो समर्पण करना चाहते हैं उन्हें समर्पण कर देना चाहिए. हमारे जवान नक्सलियों से लगातार लड़ रहे हैं और करारा जवाब दे रहे हैं जिससे नक्सली घबरा गये हैं.
दंतेवाड़ा नक्सली हमले पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी. इस घटना से हमारा मनोबल नहीं टूटेगा और हम अपनी लड़ाई जारी रखेंगे. आपको बता दें कि नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर क्षेत्र में बुधवार को नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के काफिले में शामिल एक वाहन को विस्फोट से उड़ा दिया था1 इस घटना में जिला रिजर्व गार्ड के दस जवान और एक वाहन चालक की मौत हो गयी थी.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय के पुलिस लाइन करली में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी गयी. पुलिस लाइन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, राज्य के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, सांसद दीपक बैज, फूलोदेवी नेताम तथ अन्य नेताओं ने शहीद जवानों के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित किया. इस दौरान बघेल ने वहां मौजूद शहीद जवानों के परिजनों से भी मुलाकात की और उन्हें ढांढस बंधाया.
#WATCH | Chhattisgarh CM Bhupesh Baghel gives shoulder, carries the mortal remains of a DRG jawan who lost his life in an IED attack by Naxals in Dantewada. pic.twitter.com/a5HGYquGer
— ANI (@ANI) April 27, 2023
श्रद्धांजलि के बाद मुख्यमंत्रील भूपेश बघेल ने एक शहीद जवान के पार्थिव शरीर को कंधा दिया. जवानों के पार्थिव शरीर को शव वाहन से उनके निवास स्थान के लिए भेजा जा रहा है जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. पुलिस लाइन में मीडिया से बातचीत के दौरान सीएम बघेल ने कहा कि जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी तथा नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई और तेज की जाएगी. हमारे जवान नक्सलियों को उनके प्रभाव वाले क्षेत्रों में कड़ी टक्कर दे रहे हैं. पिछले चार साल में नक्सलियों के कोर एरिया में 75 कैंप लगाये गये हैं जबकि पहले के कैंप बफर एरिया में लगाए गये थे.