राजनांदगांव: छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के खैरागढ़ विधानसभा सीट से राज्य में सत्ताधारी कांग्रेस ने जीत हासिल की है. कांग्रेस की उम्मीदवार यशोदा वर्मा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार को 20 हजार से भी अधिक मतों से हरा दिया. इस सीट के लिए इस महीने की 12 तारीख को मतदान हुआ था.
21 दौर की गणना के बाद 21 हजार से अधिक मतों से जीतीं यशोदा
राजनांदगांव जिले में निर्वाचन कार्य से जुड़े अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि खैरागढ़ विधानसभा सीट के लिए शनिवार सुबह आठ बजे मतों की गिनती शुरू हुई. उन्होंने बताया कि 21 दौर की गिनती पूरी होने के बाद कांग्रेस की उम्मीदवार यशोदा वर्मा 21,176 मतों से यह चुनाव जीत गयीं.
तीसरे नंबर पर रहा नोटा
अधिकारियों ने बताया कि उपचुनाव में यशोदा वर्मा को 87,879 वोट तथा भाजपा उम्मीदवार कोमल जंघेल को 67,703 मत प्राप्त हुए. इस सीट पर नोटा तीसरे क्रम में रहा है और क्षेत्र के 2,616 मतदाताओं ने नोटा का इस्तेमाल किया. उन्होंने बताया कि जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के उम्मीदवार नरेंद्र सोनी को इस चुनाव में मात्र 1,222 मत ही मिले.
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12 अप्रैल को हुई थी वोटिंग
नक्सल प्रभावित राजनांदगांव जिले के खैरागढ़ विधानसभा सीट के लिए इस महीने की 12 तारीख को मतदान हुआ था. इस दौरान क्षेत्र के लगभग 78 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था. जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के विधायक देवव्रत सिंह के निधन के बाद कराये गये उपचुनाव में इस सीट के लिए 10 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे.
पूर्व विधायक कोमल जंघेल को मिली शिकस्त
खैरागढ़ उपचुनाव के लिए भाजपा ने पूर्व विधायक कोमल जंघेल को चुनाव मैदान में उतारा था, वहीं कांग्रेस ने महिला उम्मीदवार यशोदा वर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया था. जंघेल और वर्मा दोनों अन्य पिछड़ा वर्ग के लोधी जाति से हैं. खैरागढ़ क्षेत्र में लोधी जाति की संख्या अधिक है. वहीं, जनता कांग्रेस ने उपचुनाव के लिए वकील और खैरागढ़ राजपरिवार के दामाद नरेंद्र सोनी को अपना उम्मीदवार बनाया था.
बड़े-बड़े नेताओं ने किया था प्रचार
खैरागढ़ विधानसभा सीट पर जीत के लिए भारतीय जनता पार्टी की ओर से केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल और फग्गन सिंह कुलस्ते तथा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चुनाव प्रचार किया था. वहीं कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रचार की कमान संभाली थी. बघेल ने चुनाव प्रचार के दौरान क्षेत्र में कई रैलियां की थी. खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव के दौरान क्षेत्र को जिला बनाने से संबंधित मुद्दा छाया रहा.
मुख्यमंत्री के वादे पर जनता को भरोसा
मुख्यमंत्री बघेल ने क्षेत्र की जनता से वादा किया था कि चुनाव जीतने के बाद खैरागढ़ क्षेत्र को जिला बनाने की प्रक्रिया पूरी की जायेगी. माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री के वादे के बाद क्षेत्र की जनता ने कांग्रेस पर भरोसा किया है. छत्तीसगढ़ में वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में जीत के बाद राज्य में लगातार 4 उपचुनावों में सत्ताधारी दल कांग्रेस ने जीत हासिल की है. खैरागढ़ विधानसभा सीट में जीत के बाद राज्य के 90 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 71 विधायक हो गये हैं. वहीं, भाजपा के 14 और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) तथा बहुजन समाज पार्टी गठबंधन के पांच विधायक हैं.