कांग्रेस के रायपुर महाधिवेशन के आखिरी दिन राहुल गांधी ने मंच सभा को संबोधित किया. अपने संबोधन में राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि चार महीने कन्याकुमारी से कश्मीर तक मैंने यात्रा की. उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा से बहुत कुछ सीखने को मिला. उन्होंने कहा कि इस यात्रा से किसानों का दर्द समझा. भारत जोड़ो यात्रा से देश को देखने का मौका मिला. अपने भाषण में राहुल ने कहा कि 52 साल हो गय लेकिन अभी तक मेरा कोई घर नहीं है.
यात्रा से समझा किसानों का दर्द: मंच से बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जैसे ही हम किसानों और नौजवानों से मिलते थे, उनसे हाथ मिलाते थे, गले मिलते थे.. ऐसा लगता था सब ट्रांसमिशन हो जाता था. राहुल ने कहा कि शुरुआत में लोग पूछते थे क्या कर रहे हो लेकिन यात्रा के एक महीने के भीतर ऐसा हो गया कि लोगों के गले लगते ही सारी बातें समझ में आ जाती थी. मैं जो लोगों से कहना चाहता था उसे वो तुरंत समझ जाते थे.
राहुल ने सुनाया यात्रा का किस्सा: अपने भाषण में राहुल गांधी ने एक किस्सा सुनाते हुए कहा कि वो बोट में बैठे थे. लेकिन पैरों में काफी दर्द था, सबके सामने मैं मुस्कुरा रहा था लेकिन दिल में रोना आ रहा था. राहुल ने बताया कि मुझे अपने फिट होने का बड़ा घमंड था, 10 से 15 किलोमीटर दौड़ लेता था, तो भारत जोड़ो यात्रा में 20 से 25 किमी चलना कौन सी बड़ी बात है. राहुल ने कहा जैसे ही यात्रा शुरू की दर्द वापस आ गया. सुबह उठकर सोचता था कि कैसे चला जाए. उन्होंने कहा कि फिर कंटेनर से उतरता था हर दिन चलता था. राहुल ने कहा कि 10 से 15 दिनों में ही सारा फिट होने का घमंड गायब हो गया.
बीजेपी पर साधा निशाना: अपने भाषण में राहुल गांधी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि हम सत्याग्रही हैं और बीजेपी-आरएसएस वाले सत्ताग्रही हैं. उन्होंने पीएम मोदी का जिक्र करते हुए कहा कुछ समय पहले पीएम मोदी भी कुछ लोगों के साथ लाल चौक पर कुछ लोगों के साथ झंडा फहराये थे. लेकिन भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जिस तरह कश्मीर के लोगों के हाथ में तिरंगा दिखा वो अभूतपूर्व था. राहुल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लाल चौक पर हजारों लोगों के हाथों में तिरंगा झंडा लहराते दिखा.