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ED Raid : अब महाराष्ट्र में छापे क्यों नहीं? छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ईडी रेड पर कसा तंज

ED Raid in Chhattisgarh : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि महाराष्ट्र में जब तक कि उद्धव ठाकरे जी की सरकार थी तब तक जितने भी केंद्रीय एजेंसी थीं, सभी सक्रिय थीं पर जैसे ही सरकार बदली, उनके पास कोई काम नहीं रह गया.

छत्तीसगढ़ में सत्ताधारी दल कांग्रेस पार्टी के नेताओं, व्यवसायियों और अधिकारियों से जुड़े कई परिसर में मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापा मारा. इस छापेमारी के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की प्रतिक्रिया सामने आयी है. उन्होंने कहा कि भाजपा के नेताओं के इशारे पर यह सब किया जा रहा है.

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लखनऊ रवाना होने से पहले मीडिया से बात की. उन्होंने कहा कि आज छत्तीसगढ़ में ईडी ने फिर से छापेमारी की. उद्योगपति, व्यापारी, ट्रांसपोर्टर, विधायक, अधिकारी, किसान कोई ऐसा वर्ग नहीं बचा है जहां छापेमारी नहीं की गयी हो. केवल मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गुजरात और कर्नाटक में छापेमारी नहीं होती और लगता है कि वहां ईडी का कार्यालय नहीं है.’’

महाराष्ट्र में छापे क्यों नहीं?

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि महाराष्ट्र में जब तक कि उद्धव ठाकरे जी की सरकार थी तब तक जितने भी केंद्रीय एजेंसी थीं, सभी सक्रिय थीं पर जैसे ही सरकार बदली, उनके पास कोई काम नहीं रह गया. बघेल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश और राष्ट्रीय नेताओं के इशारे पर यह सब किया जा रहा है, लेकिन ईडी को निष्पक्ष होना चाहिए.”

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सीएम बघेल ने कहा कि कर्नाटक में जहां 40 प्रतिशत की सरकार है, जहां छह करोड़ रुपये एक विधायक के यहां मिला, वहां छापे नहीं पड़ते हैं. यह स्थिति देश की है.हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के आधार पर अडाणी की संपत्ति में 60 फीसदी की कमी आ गयी है, लेकिन वहां ईडी छापा नहीं मारती, वहां सेबी कार्रवाई नहीं करती है.’’ आधिकारिक सूत्रों ने बताया है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कोयले पर अवैध उगाही के मामले में जारी धन शोधन जांच के सिलसिले में मंगलवार को छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश में कई जगहों पर छापेमारी की.

कम से कम 540 करोड़ रुपये की उगाही

एजेंसी ने इससे पहले कहा था कि जांच एक बड़े घोटाले से संबंधित है जिसमें छत्तीसगढ़ में प्रति टन कोयले के परिवहन पर 25 रुपये की वसूली की जाती थी और इसमें वरिष्ठ नौकरशाहों, व्यापारियों, राजनेताओं और बिचौलियों की मिलीभगत थी. ईडी ने कहा कि पिछले दो साल में इसके जरिए कम से कम 540 करोड़ रुपये की उगाही की गयी. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल और गिरफ्तार कोयला कारोबारी सुनील अग्रवाल से संबंधित परिसरों के अलावा राज्य की राजधानी रायपुर एवं आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में कुछ अन्य के परिसरों पर छापा मारा गया.


समीर विश्नोई सहित नौ गिरफ्तार

इस संबंध में ईडी द्वारा मामला दर्ज करने के बाद से राज्य प्रशासनिक सेवा की अधिकारी सौम्या चौरसिया, कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी, उनके चाचा लक्ष्मीकांत तिवारी और छत्तीसगढ़ कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी समीर विश्नोई सहित नौ लोगों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है.

भाषा इनपुट के साथ

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