Delhi Pollution: दिल्ली में प्रदूषण ने एक बार फिर कोहराम मचा दिया है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण के चलते आज पूरे दिन धुंध छाई रही. बीते तीन दिनों से राजधानी दिल्ली की यही हालत है. दिल्ली गैस चैंबर बनी हुई है. गुरुवार को दिल्ली में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक के 392 यानी बेहद खराब श्रेणी में रही. इसके कारण दिनभर धुंध छाई रही. आनंद विहार, बवाना, मुंडका और पंजाबी बाग के वायु गुणवत्ता निगरानी केंद्रों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक गंभीर श्रेणी में बना रहा. वहीं 28 निगरानी केंद्रो पर एक्यूआई बेहद खराब श्रेणी में रहा.
प्रदूषण के कारण स्कूल बंद
दिल्ली में प्रदूषण के कारण सभी प्रीस्कूल, प्री-प्राइमरी और प्राइमरी कक्षाओं, नर्सरी से लेकर कक्षा पांच तक को 3 और 4 नवंबर को बंद कर दिया गया है. दिल्ली शिक्षा निदेशालय ने यह आदेश जारी किया है.
Delhi pollution: All preschool, pre-primary and primary classes (Nursery to Class V) in physical form are ordered to be discontinued on Nov 3 and 4: Directorate of Education, Delhi pic.twitter.com/hbZgBjGVxn
— ANI (@ANI) November 2, 2023
निर्माण स्थलों पर धूल को काबू करने के लिए कदम उठा रहा एनएचएआई-सरकार
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) एनसीआर की वायु गुणवत्ता में सुधार के प्रयासों के तहत राजमार्ग निर्माण स्थलों पर धूल को काबू करने के लिए कदम उठा रहा है. गुरुवार को सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वायु गुणवत्ता सूचकांक में सुधार के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग की और से जारी निर्देशों के अनुसार एनएचएआई ने एक धूल एवं नियंत्रण प्रबंधन केंद्र स्थापित किया है. एनएचएआई राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में द्वारका एक्सप्रेसवे, यूईआर II दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेस वे और दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे जैसी परियोजनाओं पर काम कर रहा है.
गैर-जरूरी निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध
इधर, केंद्र सरकार के प्रदूषण नियंत्रण आयोग ने दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में पहुंचने पर दिल्ली एनसीआर में गैर-जरूरी निर्माण गतिविधियों और डीजल से चलने वाले ट्रकों के राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया है. चरणबद्ध प्रतिक्रिया कार्य योजना (जीआरएपी) के तीसरे चरण के तहत यह निर्देश जारी किया गया है. केंद्र की वायु प्रदूषण नियंत्रण योजना जीआरएपी सर्दी के मौसम के दौरान दिल्ली-एनसीआर में लागू की जाती है. दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता की स्थिति की समीक्षा से संबंधित बैठक में, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने कहा कि प्रतिकूल मौसम और जलवायु परिस्थितियों के कारण प्रदूषण का स्तर अभी और बढ़ने की आशंका है.
गंभीर स्तर पर दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता
बता दें, दिल्ली के कई हिस्सों में गुरुवार को हवा की गुणवत्ता का स्तर गंभीर श्रेणी में पहुंच गया और शहर में लगातार तीसरे दिन भी धुंध छाई रही. पराली जलाने के मामलों में बढ़ोतरी और प्रतिकूल मौसम के बीच, वैज्ञानिकों ने अगले दो सप्ताह के दौरान दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में प्रदूषण का स्तर बढ़ने की चेतावनी दी है. यह चिंताजनक इसलिए है क्योंकि कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक पहले ही 400 से अधिक है. स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि इससे बच्चों और बुजुर्गों में अस्थमा तथा फेफड़ों से संबंधित समस्याएं बढ़ सकती हैं.