‘पैर धोना ही काफी नहीं’, मध्य प्रदेश में फिर गरमायी सियासत, बोले दिग्विजय सिंह- यह आदिवासी समुदाय का अपमान
मध्य प्रदेशः कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने आदिवासी व्यक्ति पर अमानवीय व्यवहार वाली घटना को लेकर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि पैर धोना ही काफी नहीं है. वहीं, उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस अपने घोषणा पत्र में किए गए वादों को पूरा करेगी.
मध्यप्रदेश के सीधी में आदिवासी व्यक्ति पर पेशाब करने की घटना को पूरे आदिवासी समुदाय का अपमान करार देते हुए कांग्रेस नेता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि केवल पीड़ित का पैर धोना पर्याप्त नहीं होगा. दिग्विजय सिंह ने आज यानी शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह पूरे आदिवासी समुदाय का अपमान है और केवल पैर धोना पर्याप्त नहीं होगा. उन्होंने कहा कि बीजेपी की नीतियां आदिवासी विरोधी है और इसके नेताओं ने उनकी जमीन पर कब्जा कर लिया है, जिसमें पार्टी विधायक केदारनाथ शुक्ला और वीडी शर्मा शामिल हैं.
कांग्रेस ही जीतेगी विधानसभा चुनाव- दिग्विजय
सिंह कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की इस महीने के अंत में ग्वालियर यात्रा की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए यहां आए थे. प्रदेश में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बृहस्पतिवार को भोपाल में मुख्यमंत्री आवास पर पेशाब कांड के पीड़ित दशमत रावत के पैर धोए और इस अपमानजनक घटना पर उनसे माफी भी मांगी. प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा कि इस बार गद्दारों को मौका नहीं मिलेगा और पार्टी भारी बहुमत के साथ सत्ता में वापस आ रही है.
‘अपने वादों को जरूर पूरा करेगी कांग्रेस’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने वचन पत्र (घोषणा पत्र) में किए गए वादों को पूरा करेगी और प्रदेश पार्टी अध्यक्ष कमलनाथ के नेतृत्व में सरकार बनाएगी. केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का स्पष्ट रूप से जिक्र करते हुए राज्यसभा सदस्य ने कहा कि ग्वालियर-चंबल संभाग के लोगों को लगता है कि उनका जनादेश करोड़ों रुपये में बेच दिया गया और वे उन्हें करारा सबक सिखाने का इंतजार कर रहे हैं. मध्य प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार मार्च 2020 में गिर गई जब सिंधिया और उनके वफादार कई विधायक कांग्रेस छोड़ कर चले गए तथा बाद में भाजपा में शामिल हो गए . इसके बाद मुख्यमंत्री के रूप में शिवराज सिंह चौहान की वापसी का मार्ग प्रशस्त हुआ.
आदिवासी समाज के लिए बीजेपी ने क्या किया- दिग्गविजय
अपने हालिया दौरे के दौरान सिंधिया की इस टिप्पणी पर कि क्षेत्र के कई समुदायों के लोगों के साथ उनके खून के रिश्ते हैं, सिंह ने कहा, इसमें नया क्या है. ये तो हम काफी समय से सुनते आ रहे हैं लेकिन उन्हें बताना चाहिए कि उन्होंने इन समुदायों के लिए क्या किया है. सिंधिया ग्वालियर के पूर्व शाही परिवार से हैं. गुजरात उच्च न्यायालय द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी की मोदी उपनाम वाली टिप्पणी पर आपराधिक मानहानि मामले में उनकी सजा पर रोक लगाने की याचिका खारिज करने पर सिंह ने कहा कि उन्हें उच्चतम न्यायालय पर पूरा भरोसा है और उन्हें राहुल वहां से न्याय मिलेगा.