G20 Summit: 9 और 10 सितंबर को दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन हो रहा है. दुनिया के कई देशों से सदस्य देश के बड़े नेता और डेलिगेट्स दिल्ली आ रहे हैं. इसी को लेकर दिल्ली पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की थी. हालांकि इसी कड़ी में दिल्ली पुलिस ने आज यानी मंगलवार को कहा कि जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान एनडीएमसी के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र के एक हिस्से को छोड़कर पूरा शहर खुला रहेगा. पुलिस ने एक्स पर अलग-अलग पोस्ट में कहा कि नई दिल्ली क्षेत्र में दूध के बूथ और अस्पताल जैसी सभी आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी. दिल्ली पुलिस ने कहा, पूरी दिल्ली खुली है.
एनडीएमसी के केवल एक छोटे हिस्से में पाबंदियां
दिल्ली पुलिस ने कहा है कि एक बार फिर दोहराया जाता है कि पाबंदी केवल एनडीएमसी क्षेत्र के एक छोटे से हिस्से में लगाई जाएगी. अफवाहों पर विश्वास न करें. जी20 नेताओं का शिखर सम्मेलन 9-10 सितंबर को यहां प्रगति मैदान में नवनिर्मित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन एवं प्रदर्शनी केंद्र – भारत मंडपम में आयोजित होने वाला है. एक अन्य पोस्ट में, पुलिस ने कहा कि भले ही आठ से 10 सितंबर के बीच व्यावसायिक गतिविधियों पर प्रतिबंध रहेगा, लेकिन नई दिल्ली क्षेत्र में आवश्यक श्रेणी के तहत सभी सेवाएं जैसे दूध के बूथ, दवाओं की दुकानें, अस्पताल और अन्य सेवाएं चालू रहेंगी. दिल्ली पुलिस ने सोमवार को कहा था कि जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान नई दिल्ली जिले में दवाओं को छोड़कर सभी ऑनलाइन डिलीवरी सेवाएं बंद रहेंगी.
पिछले शिखर सम्मेलनों के दौरान हुए विरोध प्रदर्शनों का आकलन किया है- दिल्ली पुलिस
इधर, दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को यह भी कहा कि इस सप्ताह के अंत में आयोजित होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन के लिए सुरक्षा व्यवस्था के तहत उसने अन्य देशों में विगत में हुए ऐसे सम्मेलनों के दौरान विभिन्न अंतरराष्ट्रीय और स्थानीय समूहों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शनों का व्यापक आकलन किया है. जी20 शिखर सम्मेलन 9-10 सितंबर को यहां प्रगति मैदान में नवनिर्मित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन एवं प्रदर्शनी केंद्र – भारत मंडपम में आयोजित किया जाएगा. विशेष पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) दीपेंद्र पाठक ने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई है कि जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान दिल्लीवासियों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़े.
केंद्रीय एजेंसियों और विशेष शाखा के बीच समन्वय
उन्होंने कहा कि पुलिस, केंद्रीय एजेंसियों और विशेष शाखा के बीच समन्वय है. उन्होंने कहा, ‘‘जब भी हमें किसी भी तरह की जानकारी या आकलन मिलता है, हम उसके अनुसार चीजों को व्यवस्थित करते हैं. हमारा मुख्य ध्यान यह सुनिश्चित करना है कि नागरिकों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़े, लेकिन हम नागरिकों से पुलिस कर्मियों के साथ सहयोग करने का अनुरोध करते हैं. पाठक ने कहा कि जी20 शिखर सम्मेलन की सुरक्षा से संबंधित राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहलू हैं. उन्होंने कहा कि कई अन्य देशों में जहां पिछले शिखर सम्मेलन आयोजित किए गए थे, अंतरराष्ट्रीय समूहों और स्थानीय संगठनों के विरोध के कारण कानून और व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हुई थी. उन्होंने कहा, ”उसका व्यापक आकलन किया गया है.
उन्होंने कहा, जी20 भारत के साथ-साथ दिल्ली के लिए भी एक बहुत प्रतिष्ठित शिखर सम्मेलन है और यह हमारे लिए गर्व का क्षण है. दिल्ली पुलिस पर सुरक्षा और कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी है और हम इसे एक चुनौती के रूप में ले रहे हैं. हम पेशेवर उत्कृष्टता के साथ योजना बना रहे हैं और इसे जमीन पर क्रियान्वित कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास दिल्ली पुलिस के विभिन्न खंड हैं… इसके अलावा, हमारे पास शहर के अन्य हिस्सों में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने की ज़िम्मेदारी है. हमने इसके लिए योजनाएं बनाई हैं और उसके लिए अभ्यास कर रहे हैं.’
पाठक ने कहा कि दिल्ली पुलिस अर्धसैनिक बलों की भी मदद ले रही है. उन्होंने कहा, ‘‘आज, हमने अभ्यास किया जिसमें रणनीतिक योजना के साथ बहुस्तरीय जांच शामिल थी. हमें विश्वास है और हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. हम यह देखेंगे कि कानून और व्यवस्था त्रुटिहीन हो. हम विनम्रता और दृढ़ रवैये के साथ काम करेंगे.
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उन्होंने कहा कि शिखर सम्मेलन क्षेत्र में विभिन्न थानों के कर्मियों को तैनात करने के साथ, ‘पुलिस मित्र’, आरडब्ल्यूए सदस्य, होम गार्ड और नागरिक सुरक्षा सहित सामुदायिक पुलिस तत्वों का उपयोग किया जा रहा है. डीसीपी (सेंट्रल) संजय कुमार सैन ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा कि जी 20 शिखर सम्मेलन के संबंध में सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अभ्यास और अन्य कदम उठाए जा रहे हैं. सैन ने कहा कि डीसीपी पाठक और संयुक्त सीपी (मध्य रेंज) परमादित्य ने व्यवस्थाओं की समीक्षा की और कर्मियों को इस आयोजन को सफल बनाने के लिए प्रेरित किया.