Mahendragarh School Bus Accident: नशे में था बस का चालक, ईद के दिन भी खुला था स्कूल, ऐसा होता तो बच जाती 6 बच्चों की जान
Mahendragarh School Bus Accident: हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले में जो घटना हुई उसने पूरे देश को हिला दिया है. बताया जा रहा है कि बस का चालक नशे में था. जानें पुलिस की ओर से क्या दी गई जानकारी
Mahendragarh School Bus Accident: हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले में गुरुवार को स्कूल के बच्चों को लेकर जा रही एक बस के पेड़ से टकराकर पलट जाने से छह विद्यार्थियों की मौत हो गई और लगभग 20 घायल हो गये. पुलिस ने यह जानकारी दी. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि स्कूल प्रधानाध्यापक और बस चालक समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि हादसे के समय बस चालक के नशे में होने की पुष्टि हुई है. राज्य की शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने अस्पतालों में घायल छात्रों के स्वास्थ्य की जानकारी ली. उन्होंने बताया कि निजी स्कूल को कारण बताओ नोटिस भेजकर पूछा गया है कि ईद के अवसर पर छुट्टी होने के बावजूद यह कैसे खुला था.
बताया जा रहा है कि यह घटना कनीना में उन्हाणी गांव के निकट सुबह लगभग 8.30 बजे उस वक्त हुई जब बस प्राथमिक से माध्यमिक कक्षाओं के लगभग 40 बच्चों को लेकर जी एल पब्लिक स्कूल जा रही थी. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मृतक छात्रों में सत्यम, युवराज, वंश, रिकी, अंशू और यकुश शामिल हैं. चालक धर्मेंद्र तेजी से बस चला रहा था और उसका बस पर से नियंत्रण खो गया और यह एक पेड़ से टकराकर पलट गई.
शराब के नशे में था बस का चालक
महेंद्रगढ़ के पुलिस अधीक्षक अर्श वर्मा ने बताया कि इस हादसे में छह छात्रों की मौत हो गई है जबकि लगभग 20 छात्र घायल हैं. पुलिस ने कहा कि चालक को घटनास्थल से गिरफ्तार कर लिया गया और उसकी मेडिकल जांच में पुष्टि हुई कि वह शराब के नशे में था. पुलिस ने स्कूल की प्रधानाध्यापक दीप्ति को भी गिरफ्तार कर लिया है. स्कूल के एक और अधिकारी होशियार सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है.
घटनास्थल का दृश्य हृदय विदारक
घटनास्थल पर बड़ा हृदय विदारक दृश्य था जहा स्कूल बैग, जूते, पानी की बोतलें और कॉपी-किताब सड़क पर बिखरे पड़े थे. घटना के बाद बच्चों की चीख-पुकार सुनकर राहगीर मदद के लिए दौड़े और बुरी तरह क्षतिग्रस्त बस से बच्चों को बाहर निकाला. एक घायल विद्यार्थी ने बताया कि चालक तेज गति से बस चला रहा था और उसने बस से नियंत्रण खो दिया जिससे वह पेड़ से टकरा गई. उसने कहा, बस चालक नशे में लग रहा था. खेरी तलवाना गांव निवासी वकील मनदीप सिंह ने दावा किया कि कुछ गांव वालों को जब पता चला कि बस चालक नशे में है तो उन्होंने बस रोक ली लेकिन प्रधानाध्यापक ने हस्तक्षेप कर उनसे उसे छोड़ने का आग्रह किया और वादा किया कि शुक्रवार को चालक बदल दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि हालांकि, कुछ मिनट बाद ही बस दुर्घटना का शिकार हो गई.
चालक से आ रही थी शराब की बदबू
बारहवीं कक्षा के एक छात्र द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी के अनुसार चालक से शराब की बदबू आ रही थी और उसने धीरे-धीरे गाड़ी चलाने के बच्चों के बार-बार अनुरोध को नजरअंदाज कर दिया और कथित तौर पर उन्हें धमकी भी दी. शिकायतकर्ता ने कहा, बस में कोई सहायक या कोई महिला अधिकारी नहीं थी. एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि मृतक बच्चों में से दो एक ही परिवार के थे. बाद में मृतक बच्चों का अंतिम संस्कार किया गया.
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निजी स्कूल ईद के दिन खुला था, छुट्टी रहती तो नहीं जाती बच्चों की जान
महेंद्रगढ़ की उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने कहा कि निजी स्कूल ईद के दिन खुला था और जिला शिक्षा अधिकारी ने राज्य सरकार को स्कूल की मान्यता रद्द करने का प्रस्ताव भेजा है. राज्य के परिवहन मंत्री असीम गोयल ने कहा कि राज्य सरकार ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने अधिकारियों को सभी स्कूल बसों की ‘फिटनेस’ की जांच करने का निर्देश भी दिया. उन्होंने कहा कि बस पर पिछले दिनों जुर्माना लगाया गया था क्योंकि चालक के पास कुछ दस्तावेज नहीं थे और इसके बाद भी इसका इस्तेमाल करना स्कूल के अधिकारियों की ओर से स्पष्ट खामी को दर्शाता है.
नियमों का उल्लंघन
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि नियमों का उल्लंघन करते हुए स्कूल छुट्टी के दिन खुला था. इसके अलावा, स्कूल अधिकारियों को बस चालक की शराब पीने की आदत के बारे में सूचित किया गया था. कुछ अभिभावकों ने गुरुवार को भी स्कूल के संज्ञान में इस बात को लाया कि धर्मेंद्र शराब के नशे में था. अधिकारियों के अनुसार इस मामले में महेंद्रगढ़ के जिला परिवहन सह सचिव कार्यालय में एक सहायक सचिव को भी निलंबित कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि अतिरिक्त परिवहन आयुक्त (सड़क सुरक्षा) को निर्देश दिया गया है कि घटना के कारण की विस्तृत जांच की जाए और जिम्मेदार लोगों का पता लगाया जाए.