Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच बीते डेढ़ सालों से जारी जंग और गहराती जा रही है. रूसी सेना के हमलों से तबाह हो रहे यूक्रेन ने अब रूसी जमीन पर हमला शुरू कर दिया है. दरअसल, अमेरिका, यूरोप के कई देशों और अन्य मित्रों से मिले हथियार के दम पर यूक्रेन अब रूस पर पलटवार करने लगी है. गौरतलब है कि अभी तक युद्ध यूक्रेन की जमीन पर हो रही थी. रूसी फौजे यूक्रेन के अंदर आकर उसके शहरों को तबाह कर रही थी, लेकिन अब यूक्रेन ड्रोन के जरिये रूसी शहर को निशाना बना रहा है. इसी कड़ी में रूसी अधिकारियों ने कहा है कि यूक्रेन की ओर से मॉस्को और इसके आसपास के इलाकों पर ड्रोन से हमला किया गया है. अधिकारी ने बताया कि यूक्रेनी ड्रोन ने राजधानी मॉस्को में एक इमारत को निशाना बनाया. गौरतलब है कि बीते रविवार को भी यूक्रेन की ओर से रूस पर ड्रोन से हमला किये जाने का दावा किया गया था.
यूक्रेन में मची है भयंकर तबाही
वहीं, रूसी अधिकारी ने कहा कि यूक्रेन की ओर से हो रहे ड्रोन हमले यह दर्शा रहे हैं कि वो जवाबी कार्रवाई करने में विफल हो रहा है. जबकि यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने बीते दिनों कहा था कि युद्ध का असर अब रूसी क्षेत्र में भी दिख रहा है. हालांकि कि यूक्रेन ने रूस पर हुए ड्रोन हमले की जिम्मेदारी नहीं ली. गौरतलब है कि रूस लगातार यूक्रेन पर रॉकटों और मिसाइलों से हमला कर रहा है. रूसी हमले में यूक्रेन तबाही के कगार पर पहुंच गया है. हालांकि उसे अमेरिका समेत यूरोप के कई देशों से मदद मिल रही है. लेकिन जिस तरह से रूस वहीं बम बरसा रहा है उससे यूक्रेन में भयंकर तबाही मची है.
रूस ने ड्रोन को कर दिया ढेर
इधर, ड्रोन हमले को लेकर रूस ने कहा है कि मॉस्को के बाहर दो यूक्रेनी ड्रोन को मार गिराया गया साथ ही एक अन्य ड्रोन को जाम कर दिया गया. रक्षा अधिकारी ने कहा कि जाम होने के कारण ड्रोन मॉस्को शहर में एक इमारत से टकरा गया, जिससे इमारत का आगे का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है. मॉस्को के महापौर सर्गेई सोबयानिन ने बताया कि ड्रोन उसी इमारत से टकराया, जो रविवार इसी तरह के हमले में क्षतिग्रस्त हो गई थी. हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि एक ही इमारत पर लगातार दो बार हमला क्यों किया गया. दोनों ही घटनाओं में रूसी सेना ने कहा कि इमारत से टकराने वाले ड्रोन को हमले से पहले ही जाम कर दिया गया था.
यूक्रेन रूस लीड मिसाइल
इधर, यूक्रेन पर रूस लगातार मिसाइल बरसा रहा है. यूक्रेन की राजधानी कीव में रूस ने बीते सोमवार को मिसाइल हमले से हमला किया था. इस हमले में चार लोगों की मौत हो गई. जबकि अन्य कई लोग घायल हो गये. इस हमले की चपेट में एक अपार्टमेंट और एक विश्वविद्यालय इमारत आयी जिसके मलबे में अब भी कई अन्य लोगों के दबे होने की आशंका है. हमले को लेकर यूक्रेन के गृहमंत्री इहोर क्लिमेंको ने कहा कि दो मिसाइलों के निशाने पर आयी एक आवासीय भवन की चौथी और नौवीं मंजिल के बीच के एक हिस्से को नुकसान पहुंचा है. डनिप्रो के गवर्नर सेरही लिसाक ने बताया कि सुबह इस हमले में मारे गये लोगों में 10 साल की एक लड़की भी शामिल है तथा 53 अन्य घायल भी हुए हैं. उनके अनुसार इस हमले में चार मंजिला एक विश्वविद्यालय की इमारत का एक हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया.
इधर, आंशिक कब्जे वाले दोनेत्सक में यूक्रेन के तोप के हमले में दो लोगों की मौत हो गयी तथा छह अन्य घायल हो गये. वहां रूस द्वारा तैनात नेता डेनिस पुशिलिन ने यह जानकारी दी. पुशिलिन ने यह भी बताया कि सोमवार को यूक्रेनी सैन्य बलों ने दोनेत्सक पर कई गोले दागे, जिनकी चपेट में एक बस आ गयी. दोनों पक्षों में से किसी के भी दावे की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हुई है. क्रीवी रिह राष्ट्रपति व्लोदोमीर ज़ेलेंस्की का गृहनगर है, जहां बचाव दल क्षतिग्रस्त भवन के मलबे के नीचे दबे लोगों को ढूंढ रहा है. वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने हमले पर टिप्पणी करते हुए कहा, हाल के दिनों में, दुश्मन लगातार शहरों, शहर के केंद्रों पर हमला कर रहा है और नागरिक वस्तुओं और आवासों को निशाना बना रहा है.
जेलेंस्की ने सोशल मीडिया पर एक बयान में कहा, लेकिन यह आतंक हमें डरा नहीं पाएगा या हमें तोड़ नहीं सकेगा. इस बीच, यूक्रेन ने युद्ध को रूस के अंदर तक ले जाने की कोशिश की है और कथित तौर पर मॉस्को जैसे दूरस्थ लक्ष्यों को निशाना बनाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है. क्रेमलिन से कुछ मील दूर रविवार को हुए नवीनतम हमले में दो कार्यालय भवन क्षतिग्रस्त हो गए.
Also Read: Explainer: आखिर नूंह में क्यों भड़की हिंसा, क्या बाहरी लोगों ने लगाई आग..! पढ़ें डिटेल रिपोर्ट
सऊदी अरब करेगा रूस-यूक्रेन युद्ध में शांति की मेजबानी
इधर, रूस यूक्रेन युद्ध में सऊदी अरब अहम भूमिका निभा सकता है. दरअसल सऊदी अरब कीव की तरफ से आयोजित एक शांति वार्ता की मेजबानी करेगा. संभावना जताई जा रही है कि इस शांति वार्ता में भारत भी शामिल हो सकता है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 30 देशों के प्रतिनिधि इस शांति वार्ता में शामिल हो सकते हैं.