13.8 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

US-China Trade: अमेरिकी कंपनियों का दावा, चीन के अस्पष्ट नियमों और तनाव से प्रभावित हुआ व्यापार

US-China Trade: सर्वेक्षण में शामिल पांच में से एक से अधिक कंपनियों ने कहा कि वे इस साल चीन में अपना निवेश कम कर रही हैं, जिसकी मुख्य वजह अमेरिका-चीन व्यापार संबंधों में अनिश्चितता और चीन में धीमी वृद्धि का अनुमान है

US-China Trade: अमेरिकी कंपनियों ने अपने एक रिपोर्ट में दावा किया है कि चीन के अस्पष्ट नियमों और अमेरिका के साथ तनाव से व्यापार प्रभावित हुआ है. चीन में काम करने वाली अमेरिकी कंपनियां प्रौद्योगिकी, व्यापार तथा अन्य मुद्दों पर अमेरिका के साथ तनाव को अपने कारोबार के लिए एक बड़ी बाधा के रूप में देखती हैं. मंगलवार को जारी एक सर्वेक्षण में यह बात सामने आई. शंघाई में अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स के एक सर्वेक्षण के अनुसार निवेश के लिए विदेशी गंतव्य के तौर पर चीन की साख में निरंतर गिरावट आ रही है. हालांकि सर्वेक्षण में शामिल 325 कंपनियों में से दो-तिहाई ने कहा कि उनकी चीन को लेकर रणनीति को बदलने की तत्काल कोई योजना नहीं है. सर्वेक्षण में शामिल पांच में से एक से अधिक कंपनियों ने कहा कि वे इस साल चीन में अपना निवेश कम कर रही हैं, जिसकी मुख्य वजह अमेरिका-चीन व्यापार संबंधों में अनिश्चितता और चीन में धीमी वृद्धि का अनुमान है. कुल मिलाकर सर्वेक्षण से पता चला कि पिछले साल की तुलना में धारणा और अधिक खराब हुई है. तब चीन की कोविड-19 वैश्विक महामारी को लेकर चीन की कड़ी नीतियों का असर इन कंपनियों पर पड़ा था.

10 में से नौ कंपनियों ने बढ़ती लागत को बतायी परेशानी

सर्वेक्षण में सामने आया कि इस तरह के व्यवधान प्रमुख वजह थे, जिनका हवाला कंपनियों ने चीन के बाहर अपने परिचालन का विस्तार करने के लिए दिया. सर्वेक्षण में शामिल 52 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे चीन में अपने पांच साल के व्यापार दृष्टिकोण को लेकर आशावादी हैं. शंघाई में अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा 1999 में वार्षिक सर्वेक्षण शुरू करने के बाद से यह आंकड़ा अभी तक के सबसे नीचले स्तर पर है. करीब 10 में से नौ कंपनियों ने बढ़ती लागत को भी एक बड़ी चुनौती बताया. कंपनियों ने भू-राजनीतिक तनाव को एक बड़ी चिंता बताया. उन्होंने कहा कि इसके बाद आर्थिक मंदी आई, जिसने वैश्विक महामारी के बाद एक मजबूत उछाल की उम्मीदों को विफल कर दिया. अमेरिकी कंपनियां चीन के अधिकारियों से विभिन्न नियमों को स्पष्ट करने का आग्रह भी कर रही हैं. उनका कहना है कि नियमों में बदलाव के कारण ‘ग्रे एरिया’ कंपनियों में इस बात को लेकर अनिश्चित उत्पन्न हो जाती है कि किस चीज की अनुमति है और क्या गैरकानूनी हो सकता है. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 2023 की पहली छमाही में चीन में विदेशी निवेश में सालाना आधार पर 2.7 प्रतिशत की गिरावट आई है.

कोविड के बाद आयी मंदी के प्र‍भाव से बाहर आ रहा चीन

कोविड के बाद चीन में बढ़ी महंगाई और आर्थिक मंदी का असर दुनिया पर देखने को मिला रहा है. हालांकि, चीन ने अपने देश में महंगाई को काफी हद तक काबू कर लिया है. इसके साथ ही, आर्थिक मंदी से भी बाहर निकलने की पूरी कोशिश कर रही है. ताजा रिपोर्ट के अनुसार, चीन के कारखानों ने गति पकड़ ली है और अगस्त में खुदरा बिक्री में भी तेजी आई है. सरकार की ओर से शुक्रवार को जारी रिपोर्ट में संकेत मिले हैं कि अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे वैश्विक महामारी के बाद की स्थिति से उबर सकती है. हालांकि, रेस्तरां तथा दुकानों में व्यस्त गतिविधि के बावजूद आंकड़ों में सभी महत्वपूर्ण संपत्ति क्षेत्र में लगातार कमजोरी दिखी. रियल एस्टेट डेवलपर्स सुस्त मांग के कारण कर्ज चुकाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. रियल एस्टेट निवेश में अगस्त में सालाना आधार 8.8 प्रतिशत की गिरावट आई. साल की शुरुआत से ही गिरावट लगातार बढ़ती जा रही है. बैंकों पर बोझ कम करने के लिए पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना या केंद्रीय बैंक ने बृहस्पतिवार देर रात कहा कि अधिकतर उधारदाताओं के लिए आरक्षित आवश्यकता में शुक्रवार तक 0.25 प्रतिशत अंक की कटौती की जाएगी.

Also Read: खुशखबरी! आज शुरू होगा किसान ऋण पोर्टल, Kisan Credit Card धारकों को कर्ज मिलना होगा और आसान

चीन में अगस्त में खुदरा बिक्री सालाना आधार पर 4.6 प्रतिशत बढ़ी

केंद्रीय बैंक के अनुसार, आर्थिक सुधार की नींव को मजबूत करने और उचित तथा पर्याप्त तरलता बनाए रखने के लिए, इससे उधार देने के लिए अधिक धन उपलब्ध होगा. शुक्रवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, अगस्त में खुदरा बिक्री सालाना आधार पर 4.6 प्रतिशत बढ़ी, ऑटो बिक्री 5.1 प्रतिशत बढ़ी. जुलाई में खुदरा बिक्री में मामूली 2.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी. औद्योगिक उत्पादन 4.5 प्रतिशत वार्षिक गति से बढ़ा, अप्रैल के बाद सबसे औद्योगिक उत्पादन सबसे तेजी से बढ़ा है. जुलाई में 3.7 प्रतिशत से अधिक बढ़ा था. कैपिटल इकोनॉमिक्स के जूलियन इवांस-प्रिचर्ड ने रिपोर्ट में कहा कि अगस्त में रुझान उम्मीद से कुछ बेहतर रहे. चीन की अर्थव्यवस्था अप्रैल-जून तिमाही में पिछली तिमाही की तुलना में 0.8 प्रतिशत बढ़ी.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें