Agra News: उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक आज अचानक आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में पहुंचे. उन्हें देखते ही इमरजेंसी में मौजूद डॉक्टरों में हड़कंप मच गया. चारों तरफ डॉक्टर इधर से उधर भागने लगे. इस दौरान इमरजेंसी के बाहर बैठे हुए कई मरीजों से डिप्टी सीएम ने इलाज के बारे में सवाल जवाब किए और पूछा के इलाज में कोई परेशानी तो नहीं.
आगरा ब्रेकिंग- डिप्टी सीएम @brajeshpathakup ने किया एसएन इमरजेंसी का औचक निरीक्षण #agra #snmedicalcollege @PrabhuNs_ @CMOfficeUP pic.twitter.com/FY3Cxkd5O4
— राघवेन्द्र सिंह गहलोत (@ThakurRaghvan) May 14, 2022
उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक इस समय चर्चाओं में हैं. जब से उन्हें डिप्टी सीएम का पदभार मिला है उसके बाद से ही वह स्वास्थ्य विभाग की कारगुजारी को परखने के लिए किसी भी सरकारी अस्पताल में बिना बताए पहुंच जाते हैं और वहां खड़े हुए फरियादियों व मरीजों से पूछताछ करने में जुट जाते हैं. डिप्टी सीएम को शनिवार को मथुरा में कई कार्यक्रमों में शिरकत करना था. इससे पहले ही वह आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में पहुंच गए. इमरजेंसी के बाहर बरामदे में बैठे हुए मरीजों से उन्होंने बातचीत करना शुरू कर दिया.
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डिप्टी सीएम ने बरामदे में बैठे एक बुजुर्ग से पूछा कि आप यहां पर क्यों बैठे हैं तो बुजुर्ग ने बताया कि वह दवाई लेने आए हैं. डिप्टी सीएम ने पूछा कि सुबह कितने बजे आप यहां पर आए थे तो बुजुर्ग ने कहा कि वह 11:00 बजे यहां पर आए थे, लेकिन अभी तक दवाई नहीं मिली है. डिप्टी सीएम ने एसएन मेडिकल कॉलेज को प्रिंसिपल को इशारा किया और बुजुर्ग से परेशानी बताने को कहा. बुजुर्ग ने बताया कि उनका मरीज अंदर भर्ती है, लेकिन अभी तक उसको दवा नहीं मिली है. जिस पर प्रिंसिपल ने डिप्टी सीएम से कहा के मरीज का इलाज चल रहा होगा इसलिए उसे दवा नहीं दी गई है.
डिप्टी सीएम ने बरामदे में ही बैठे एक युवक से पूछा कि आप यहां पर क्यों आए हैं. युवक ने बताया कि उसे डिस्चार्ज कर दिया गया है उसका इलाज चल रहा था. “क्या आप इलाज से संतुष्ट है” डिप्टी सीएम के इस सवाल पर युवक ने कहा कि नहीं मैं संतुष्ट नहीं हूं. मेरे पैरों में सूजन है लेकिन फिर भी मुझसे कह दिया गया है कि आप घर चले जाइए और घर से ही अपनी दवाई लेना. जिस पर डिप्टी सीएम ने संबंधित डॉक्टर को बुलाया और पूछा कि मरीज को परेशानी दूर होने से पहले ही क्यों डिस्चार्ज कर दिया गया. जिसपर डॉक्टर कोई भी जवाब नहीं दे पाए.
डिप्टी सीएम ने तत्काल निर्देश दिए कि मरीज को जल्द से जल्द भर्ती किया जाए और उसका पूर्ण रूप से इलाज किया जाए. अंत में डिप्टी सीएम ने बरामदे में खड़ी कई महिलाओं और पुरुषों से भी पूछा तो उन्होंने बताया कि उनके मरीज अंदर भर्ती है. जिनको देखने के लिए वह यहां पर आए हैं. डिप्टी सीएम इसके बाद एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी के अंदर चले गए.