Agra: उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री के पुत्र ने आगरा के एक बड़े अस्पताल के अंदर मौजूद मेडिकल स्टोर पर गलत बैच नंबर का इंजेक्शन बेचने और बिल में गड़बड़ी करने का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी से शिकायत की है. इसके बाद जिलाधिकारी ने एडीएम सिटी को मेडिकल एजेंसी की जांच का जिम्मा सौंपा है. वहीं मेडिकल एजेंसी पर इंजेक्शन की बिक्री के लिए रोक लगा दी गई है. आज टीम मेडिकल पर पहुंचकर नमूना लेगी.
आगरा निवासी प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय के पुत्र अलौकिक उपाध्याय के अनुसार पुष्पांजलि हॉस्पिटल में स्थित गर्ग मेडिकल एजेंसी से वह अपनी पत्नी के लिए कई दिन से इंजेक्शन ले रहे थे. जब उनकी पत्नी को उस इंजेक्शन से कोई फायदा नहीं होते दिखा तो उन्होंने डॉक्टरों से सलाह ली. इसके बाद डॉक्टरों ने जब जांच की तो पता चला कि जो इंजेक्शन उन्हें दिए जा रहे थे और बिल पर जिस इंजेक्शन का बैच नंबर अंकित किया जा रहा था वह दोनों अलग अलग थे.
इसके बाद अलौकिक उपाध्याय ने इस मामले की शिकायत आगरा के जिलाधिकारी से की और कहा कि गर्ग मेडिकल एजेंसी ने उन्हें और आगरा के तमाम ग्राहकों को जो उनकी एजेंसी से दवाइयां लेते हैं उनके साथ जानबूझकर धोखाधड़ी की है. ऐसे में इस मेडिकल एजेंसी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.
Also Read: UP News: शाइस्ता परवीन पर गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज करेगी प्रयागराज पुलिस, अतीक अहमद के बाद बनी गैंग की सरगनाअलौकिक उपाध्याय की शिकायत के बाद जिलाधिकारी के आदेश के बाद एडीएम सिटी के नेतृत्व में औषधि निरीक्षक कपिल शर्मा को जांच के लिए भेजा और टीम ने मेडिकल स्टोर पर छापा मारा. जहां उन्हें मेडिकल स्टोर संचालक मनोज गर्ग मिले. जांच में स्टोर में दो बैच के इंजेक्शन मिले जिसके बाद दुकानदार ने इसकी खरीद और बिक्री के बिल भी दिखाए.
अधिकारियों के मुताबिक गुरुवार को कोल्ड चेन का पालन नहीं होने के चलते इंजेक्शन का नमूना नहीं लिया जा सका. शुक्रवार को इंजेक्शन का नमूना लेने के लिए टीम मेडिकल एजेंसी पर जाएगी और तब तक के लिए इंजेक्शन की बिक्री पर रोक लगा दी गई है.