लखनऊ. फिल्म आदिपुरुष को लेकर लखनऊ से आगरा तक बवाल मचा हुआ है. हिंदू संगठन के लोग इस फिल्म का विरोध कर रहे हैं. वहीं, अब राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष व्यापार प्रकोष्ठ रोहित अग्रवाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को फिल्म आदिपुरुष को यूपी में बैन करने की मांग को लेकर पत्र लिखा है. पत्र में उन्होंने कहा है कि फिल्म निर्माताओं ने इस फिल्म को रामायण पर आधारित बताया है, लेकिन इसका कोई भी किरदार हमारे धर्म ग्रंथों की मर्यादाओं के अनुसार नहीं है. वहीं हजरतगंज कोतवाली में आदिपुरुष फिल्म के खिलाफ तहरीर दी गई है. तहरीर अखिल भारत हिन्दू महासभा के प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी ने दी है. फिल्म के स्टारकास्ट, प्रोड्यूसर, डायरेक्टर और स्क्रिप्ट राइटर के खिलाफ तहरीर दी गई है. बता दें कि रामायण पर आधारित बॉलीवुड की फिल्म आदिपुरुष 16 जून को पूरे देश में सिनेमा हॉल के परदे पर रिलीज हो गई. पहले ही दिन इस फिल्म ने करीब 140 करोड़ की कमाई की. लेकिन वहीं दूसरी तरफ देश में कई जगह इस फिल्म का विरोध हो रहा है.
आगरा में योगी यूथ ब्रिगेड के कार्यकर्ताओं ने बालूगंज स्थित मेहर टॉकीज पर इस फिल्म का पोस्टर हाथ में लेकर इसके विरोध में नारेबाजी की. फिल्म की टीम को चेतावनी दी कि अगर वह आगरा में आते हैं तो उनका जूते से स्वागत किया जाएगा. केंद्र सरकार से फिल्म पर बैन लगाने की मांग की. बॉलीवुड के निर्देश ओम राउत द्वारा निर्देशित आदि पुरुष फिल्म रामायण पर आधारित बताई जा रही थी. फिल्म का पहला लुक जब सामने आया तो हनुमान जी और रावण के लुक पोस्टर को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया गया और काफी आलोचना भी हुई. हालांकि कुछ समय बाद यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया. वहीं 16 जून को देश के सभी सिनेमा हॉल में यह फिल्म रिलीज की गई और उसके बाद से ही फिल्म विवादों में फंस गई है. फिल्म देखकर बाहर आने वाले लोगों ने इसके डायलॉग, कॉस्टयूम और पटकथा को लेकर काफी विरोध किया है.
सोशल मीडिया पर फिल्म के कई डायलॉग को ट्रोल भी दिया जा रहा है. आगरा में योगी यूथ ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष अजय तोमर ने बताया कि आदि पुरुष फिल्म के माध्यम से करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं को आहत किया गया है लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ किया गया है. फिल्म के माध्यम से हमारे आराध्य को एक कार्टून के रूप में पेश किया गया है. जिससे हिंदू समाज सहित योगी यूथ ब्रिगेड में आक्रोश व्याप्त है. जिसके लिए हमारी केंद्र सरकार और सूचना प्रसारण मंत्रालय से मांग है कि ऐसी फिल्म पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए.
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अजय तोमर ने कहा कि सेंसर बोर्ड जो भांग के नशे में काम कर रहा है उसको यह पता ही नहीं है कि किस फिल्म की अनुमति देनी है और किसकी नहीं देनी है. सेंसर बोर्ड लगातार हिंदू विरोधी फिल्मों को रिलीज करने की अनुमति दे रहा है. इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. जो इस फिल्म की टीम है उनको चेतावनी है वह आगरा में आकर दिखाएं उनका जूते से स्वागत किया जाएगा. किसी भी कीमत पर हम भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण जी, हनुमान जी का अपमान सहन नहीं करेंगे. रामानंद सागर की रामायण से ध्यान भटकने के लिए यह साजिश रची गई है जो सफल नहीं हो पाएगी.