आगरा. उत्तर प्रदेश में यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए यातायात पुलिस के जवान शहर के सभी चौराहों पर तैनात रहते हैं. वहीं सड़क पर चलने वाले लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने और यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई करने के साथ-साथ यातायात पुलिस 1 नवंबर से 30 नवंबर तक यातायात माह की शुरुआत करती है. इस दौरान सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर यातायात पुलिस लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करती है. साथ ही नियमों का उल्लंघन करने वालों पर शमन शुल्क भी लगाती है. आगरा में 1 नवंबर से 19 नवंबर तक यातायात माह के अंतर्गत यातायात पुलिस द्वारा अब तक करीब 17.50 लाख रुपए का शमन शुल्क वसूला गया है और हजारों वाहनों का चालान किया गया है. आगरा के डीसीपी ट्रैफिक अरुण चंद्र ने बताया कि 1 नवंबर से यातायात माह की शुरुआत हुई थी. इस दौरान पुलिस कर्मियों को सभी चौराहा, मार्गो पर मुस्तैदी से तैनात किया गया. जिससे कि शहर के लोगों को आवागमन में किसी भी दिक्कत का सामना न करना पड़े. और कहीं भी जाम की स्थिति ना पैदा हो. ऐसे में लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए लगातार यातायात पखवाड़े के तहत जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं. जिसमें शहर के समाजसेवियों के साथ मिलकर यातायात पुलिस लोगों को नियमों के प्रति जागरूक कर रही है. जिसमें लोगों को हेलमेट पहनकर चलने, रेड लाइट का पालन करने, तीन सवारी न लेकर चलने, सीट बेल्ट लगाने आदि नियमों के बारे में बता रही है.
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डीसीपी ट्रैफिक अरुण चंद्र ने बताया की आगरा में यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई भी की जा रही है. अब तक यातायात पुलिस द्वारा करीब 19 दिन में जिले में करीब 35.50 हजार चालान किए गए हैं. और इन चालान के एवज में अब तक नियम तोड़ने वालों से करीब 17.50 लाख रुपए का शमन शुल्क वसूला जा चुका है. जिसमें हेलमेट, सीट बेल्ट, तीन सवारी, बिना नंबर प्लेट, वाहनों पर जाति सूचक शब्द लिखने वालों, नशे में गाड़ी चलाने वालों, ट्रैफिक नियमों का पालन न करने वालों पर कार्रवाई की गई है और यह कार्रवाई लगातार जारी है. यातायात से संबंधित परेशानी के समाधान के लिए पुलिस आयुक्त द्वारा 1 नवंबर को वाट्सएप हेल्पलाइन नंबर 9548524141 जारी किया गया. शिकायत के बाद तत्काल निकटतम पुलिस टीम को भेजकर समाधान कराया जाएगा. शिकायत की मानिटरिंग खुद पुलिस आयुक्त करेंगे.