आगरा. जिले की पुलिस लाइन में तैनात एक सिपाही की देर रात को संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई. इसके बाद परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है. देर रात को ही सिपाही को कई अस्पतालों में ले जाया गया जहां पर सभी ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. सुबह से ही सिपाही के घर क्षेत्र की पुलिस के साथ क्षेत्राधिकारी छत्ता और आगरा के एसएसपी भी मौके पर पहुंचे. पुलिस का कहना है सिपाही के परिजनों ने प्रार्थना पत्र दिया है शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा है इसके बाद मौत का कारण पता चल पाएगा.
आगरा की रिजर्व पुलिस लाइन में तैनात 32 वर्षीय सिपाही सचिन यादव पुत्र पूरन सिंह निवासी चौबेपुर थाना सैफई करीब ढाई साल से ट्रांस यमुना कॉलोनी स्थित b221 मकान में किराए पर रह रहे थे. सचिन विवाहित है और उनकी दो बेटियां हैं जिसमें एक की उम्र 6 वर्ष व दूसरी की उम्र 4 वर्ष बताई गई है.
परिजनों के अनुसार देर रात करीब 12:30 बजे सचिन की तबीयत अचानक से खराब होने लगी. जिसके बाद परिजनों और पड़ोसियों की मदद से सचिन को पास के निजी हॉस्पिटल में ले जाया गया. जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें एसएन मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया. एसएन मेडिकल कॉलेज में सचिन को मृत घोषित कर दिया गया जिसके बाद परिजन उनके शव को घर वापस ले आए. सचिन का शव घर आते ही घर में चीख-पुकार शुरू हो गई.
आपको बता दें सचिन आगरा में कई सालों से तैनात हैं, 2006 में सचिन ने उत्तर प्रदेश पुलिस ज्वाइन की थी जिसके बाद से वह आगरा की क्राइम ब्रांच टीम में भी रहे और कई थानों में तैनात रहे.
घटना की सूचना मिलते ही क्षेत्राधिकारी छत्ता दीक्षा सिंह मौके पर पहुंच गई और जांच-पड़ताल में जुट गई. साथ ही सुबह करीब 8:00 बजे आगरा के एसएसपी सुधीर कुमार भी सिपाही के घर पहुंचे और परिजनों को ढांढस बंधाया।
क्षेत्राधिकारी छत्ता दीक्षा सिंह ने सुनील यादव की मौत के मामले में बताया कि अभी तक सिपाही की मौत का कोई भी कारण स्पष्ट नहीं है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण पता चल पाएगा.
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