Aligarh News: यूक्रेन की सीमा पर रूस के बढ़ते जमावड़े से हमले की आशंका को लेकर अलीगढ़ में भी कुछ अभिभावक अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर सहमे हुए हैं. अलीगढ़ के 50 स्टूडेंट्स यूक्रेन में फंसे हुए हैं. बच्चों के अभिभावकों ने पीएम नरेंद्र मोदी से स्टूडेंट्स को सुरक्षित स्वदेश वापसी की मांग की है.
यूक्रेन में अलीगढ़ के चार दर्जन से अधिक बच्चे मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं. यूक्रेन में रूस के हमले की बढ़ रही आशंका के साथ अभिभावकों की चिंता भी बढ़ती जा रही है. अलीगढ़ के होटल व्यवसाई पंकज धीरज ने प्रभात खबर को बताया कि उनकी बेटी फाल्गुनी धीरज यूक्रेन में एमबीबीएस द्वितीय वर्ष की पढ़ाई कर रही है. फोन पर फाल्गुनी ने फोन पर वहां के भयावह स्थिति बताई.
रेल और मेट्रो स्टेशन के आस-पास अंडरग्राउंड बंकर बनाए गए हैं. जिसमें भारतीय स्टूडेंट्स को ठहरने को कहा है, ताकि हमले में बचा जा सके. वहां से आने की फ्लाइट का किराया भी 22 से 25 हजार को बढ़ाकर 1 से 1.5 लाख तक कर दिया है. साइबर अटैक को लेकर कैश की दिक्कत भी आ सकती है. जिससे बच्चे डरे हुए हैं.
यूक्रेन में फंसे अलीगढ़ के स्टूडेंट्स के अभिभावकों ने कमिश्नर गौरव दयाल को पीएम मोदी को संबोधित ज्ञापन दिया. ज्ञापन में कहा कि यूक्रेन में अध्ययनरत बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेदारी पीएम मोदी लें. युद्ध की स्थिति से पूर्व बच्चों को एयर लिफ्ट से भारत वापसी कराएं.
इंडियन एम्बेसी की ओर से भारतीय छात्रों को अचानक 15 फरवरी को यूक्रेन छोड़ने की एडवाइजरी जारी करने से सभी स्थानीय अभिभावकों को गहरे पशोपेश में डाल दिया है. इस दौरान पंकज धीरज, डॉ. विश्वामित्र आर्य, सैयद राशिद अहमद, आमोद कुमार उपाध्याय, काजल धीरज, पुनीत अरोरा, मोरमुकुट यादव अभिभावकों ने पीएम मोदी से बच्चों को भारत लाने की मांग की.
रिपोर्ट- चमन शर्मा, अलीगढ़