Aligarh News: शहर में छोटी दीपावली तक वायु प्रदूषण सामान्य से 51 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक बढ़ गया है, आज बड़ी दीपावली पर इसके दोगुने से तीन गुना होने की की संभावना जताई जा रही है. इसका असर फेफड़ों पर अधिक पड़ता है, अगर यह और बड़ा तो स्थिति बेहद खराब हो सकती है.
यह होती हैं वायु प्रदूषण की 6 श्रेणियां : वायु प्रदूषण को मैनुअल सैंपलर मशीन से सैंपल भरकर जांच किया जाता है. प्रदूषण बोर्ड की गाइडलाइन के अनुसार अगर 50 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक है, तो वह ग्रीन सिटी में है, जो कि अच्छी गुणवत्ता माना जाता है. अगर यह 51 से 100 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक है, तो यह पैरट कलर के श्रेणी में आता है, इसका असर पहले से बीमार व्यक्तियों पर पड़ता है, उन्हें सांस लेने में परेशानी होती है. 101 से 200 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक तक है, तो यह यह यलो श्रेणी में आता है.
इसका असर फेफड़ों पर पड़ता है, सांस के मरीजों को भी दिक्कत होती है. 201 से 300 तक माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक बेहद खराब स्थिति मानी जाती है, ऑरेंज श्रेणी है, इसका असर आम आदमी के स्वास्थ्य पर बहुत पड़ता है. 301 से 400 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक रेड श्रेणी कहलाती है, जो बेहद घातक स्थिति सिद्ध होती है, इसका असर और अधिक होता है. 401 से 500 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक डार्क रेड में आती है, जिससे आंखों पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ता है.
शहर में कराया गया रोड पर पानी का छिड़काव : प्रशासन के निर्देश पर दीपावली को देखते हुए अलीगढ़ के प्रमुख सड़कों पर पानी का छिड़काव कराया गया ताकि धूल दबी रहे और वायु प्रदूषण ना हो सके.
रिपोर्ट चमन शर्मा, अलीगढ़