अलीगढ़. अलीगढ़ में बसपा के पश्चिमी यूपी प्रभारी व पूर्व विधायक इमरान मसूद ने कहा कि भाजपा का मुस्लिम प्रेम दिखावा है. एक तरफ उनके अधिकार छीने जा रहे हैं दूसरी तरफ उनके साथ व विकास की बात भाजपा करती है. पूर्व विधायक देर शाम को ऊपरकोट पर बसपा के मेयर प्रत्याशी सलमान शाहिद के समर्थन में जनसभा को संबोधित करने आए थे. सहारनपुर का उदाहरण देते हुए कहा कि सरकार के इशारे पर ही मुस्लिमों के पासपोर्ट निरस्त किए गए. आज पूरा मुसलमान समाज जानता है कि भाजपा में वह कितना सुरक्षित है. उन्होंने बसपा प्रत्याशी के समर्थन में कहा कि जिस तरह से 2017 में बसपा ने मेयर सीट पर जीत दर्ज कराई थी.उससे भी अधिक वोटों से इस बार बसपा की जीत मेयर सीट पर होगी.
इमरान मसूद ने कहा कि सब कुछ छोड़कर वह सपा में गए थे. क्योंकि मुस्लिमों पर जुल्म हो रहा था. उसे रोकने के लिए सपा की सरकार बने. सरकार को जरूरत अब्दुल की है, मगर सरकार की जरूरत अखिलेश को नहीं है. बसपा प्रत्याशी सलमान शाहिद ने कहा कि जब कोरोना काल में दो जून की रोटी कमाने व खाने वालों के सामने अनाज का संकट था. उस समय अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए लोगों को राशन बांटने का काम किया था. यह भी सत्ताधारी लोगों की आंखों में चुभने लगा था. हर वर्ग की मदद की. जिसके एवज में गरीबों ने दुआएं दी तो पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया.
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उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी मुस्लिम लीडरशिप को खत्म करना चाहती है. निकाय चुनाव में सच्चाई सामने आएगी. उन्होंने कहा कि मुसलमानों के लिए बहुजन समाज पार्टी के अलावा कोई और पार्टी नहीं है. भाजपा को हराना है तो बसपा में जाना पड़ेगा. मुसलमानों के पास इसके सिवाय कोई रास्ता नहीं है और उन्होंने कहा कि अलीगढ़ का ताला समाजवादी पार्टी के दफ्तर पर लगने जा रहा है.
बाइट – इमरान मसूद, बसपा नेता