अलीगढ़ : उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में नगर निकाय चुनाव को लेकर भाजपा प्रत्याशी चयन पैनल की मीटिंग में तनातनी देखने को मिली. बताया जा रहा है कि भाजपा सांसद और भाजपा के विधायक के बीच मीटिंग के दौरान नोंक झोंक तक हो गई. विधायक जयवीर सिंह और सांसद सतीश गौतम खेमे के बीच आरोप प्रत्यारोप लगाए गए. बताया जा रहा है कि एक पक्ष उद्योगपति को मेयर का टिकट दिलवाना चाह रहा है. वहीं दूसरा पक्ष पार्टी के कार्यकर्ता को मेयर का टिकट दिलवाना चाह रहा है. जिसको लेकर गर्मा गर्मी बढ़ गई. विवाद बढ़ता देख सांसद सतीश गौतम अपने समर्थकों के साथ कयामपुर स्थित पार्टी कार्यालय की मीटिंग से देर रात बाहर निकल गए.
वहीं कयामपुर स्थित भाजपा पार्टी कार्यालय में बैठक चलती रही. जिसमें एटा सांसद राजवीर सिंह राजू भैया भी पुहंचे. इस मीटिंग में हाथरस के सांसद, राजस्व मंत्री अनूप बाल्मीकि, कोल विधायक अनिल पाराशर, शहर विधायक मुक्ता राजा सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे. बैठक में मेयर प्रत्याशियों ने आवेदन भी किया. देर रात तक अलीगढ़ मेयर के लिए 50 से अधिक आवेदनकर्ता आए. हालांकि इस दौरान हुए विवाद के सवाल पर प्रभारी मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण ने कहा कि भाजपा में कोई विवाद नहीं हो सकता है. वहीं शनिवार को भी नगर निकाय चुनाव में प्रत्याशियों के चयन पर बैठक जारी है.
नगर निकाय चुनाव में भाजपा के अलीगढ़ प्रभारी चौधरी लक्ष्मी नारायण ने बताया कि अलीगढ़ मेयर चुनाव के लिए भाजपा के लोगों की तरफ से 50 से ज्यादा आवेदन आए हैं. लेकिन मेयर पद के लिए अभी निर्णय नहीं हो सका है. उन्होंने बताया कि नगर पंचायत और नगर पालिका पर बातचीत हुआ है. मेयर प्रत्याशी चयन के लिए अभी अगले दो दिन बातचीत चलेगा. चौधरी लक्ष्मी नारायण ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी हमेशा कार्यकर्ता को टिकट देती है. आज कार्यकर्ता ही देश का प्रधानमंत्री है. उन्होंने कहा कि भारत वर्ष की राजनीति में केवल कार्यकर्ता की कीमत बीजेपी में ही है. टिकट को लेकर कोई विवाद की स्थिति नहीं आई है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी में विवाद नहीं हो सकता.