Aligarh News: अलीगढ़ से मथुरा पहुंची रोडवेज बस में लगी आग में जिंदा जले व्यक्ति की शिनाख्त हो गई है, वह अलीगढ़ के कासिमपुर में तोशिबा कंपनी में जीएम थे. घटना की जांच के लिए 5 सदस्यीय कमेटी बनाई गई है. घटना के लिए 2 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है.
विगत 14 फरवरी को अलीगढ़ से मथुरा पहुंची बुद्ध विहार डिपो की अनुबंधित रोडवेज बस में आग लग गई थी. पूरी बस कुछ मिनटों में खाक हो गई. एक यात्री सबसे पीछे बैठा था, जो बस से नहीं निकल पाया और जिंदा जल गया. इस व्यक्ति की शिनाख्त छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के भिलाई चित्र के आशीष नगर निवासी मनीष उपाध्याय और उनके बहनोई विक्रम दुबे ने शैलेष उपाध्याय के रूप में की. मृतक शैलेश उपाध्याय मूल रूप से बनारस के रहने वाले थे.
छत्तीसगढ़ में उनका ससुराल था, वहां उनका परिवार भी रहता था. शैलेश उपाध्याय अलीगढ़ के कासिमपुर स्थित तोशीबा पावर प्लांट कंपनी में जनरल मैनेजर थे. वह अपने भांजे के उपनयन संस्कार में शामिल होने वृंदावन आए थे. कार्यक्रम में शामिल होने के बाद शैलेश उपाध्याय अलीगढ़ के लिए रोडवेज बस में बैठे थे. शैलेश उपाध्याय के दो बेटे सौरभ शशांक भिलाई में रहते हैं.
अलीगढ़ से मथुरा गई रोडवेज अनुबंधित बस में लगी आग में जिंदा जलकर मरने वाले यात्री शैलेश उपाध्याय और पूरी घटना की जांच के लिए निदेशालय ने 5 सदस्य कमेटी गठित कर दी है. इस कमेटी में अलीगढ़ के क्षेत्रीय प्रबंधक परवेज खान, एसएम विनोद कुमार, आगरा के एसएम अनुराग यादव, मथुरा के एआरएम नरेश गुप्ता, बुध विहार डिपो के एआरएम वाय पी सिंह को रखा गया है.
मथुरा के पुराने बस स्टेशन पर हुए इस घटना के लिए पुराना बस स्टेशन के प्रभारी प्रेम सिंह ने अनुबंधित बस के ड्राइवर तेजवीर सिंह और कंडक्टर सुरेंद्र कुमार के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है. घटना को शॉर्ट सर्किट से लगी आग का होना बताया जा रहा है.
सोमवार शाम बुद्ध विहार डिपो की रोडवेज बस अलीगढ़ से मथुरा पहुंची. अचानक बस में शोर्ट सर्किट से आग लग गई. पूरी बस को आग ने कुछ मिनटों में खाक कर दिया. बस में आग लगते ही सवारी दरवाजे, खिड़कियों से जान बचाकर कूंदने लगे. एक यात्री जो बस में सबसे पीछे बैठा था, वह बस से बाहर न निकल सका और बस के अंदर ही जिंदा जल गया.
रिपोर्ट- चमन शर्मा, अलीगढ़