Aligarh News: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व शिक्षक और प्रो. एनआर माधवा मेनन को भारत सरकार द्वारा मरणोपरांत पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है. मेनन को सम्मान मिलने के बाद विश्वविद्यालय परिसर में खुशी की लहर दौड़ गई है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने प्रोफेसर की पत्नी रीमा देवी को पदम भूषण सम्मान सौंपा.
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर एनआर माधवा मेनन को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मरणोपरांत पद्म भूषण से सम्मानित किया. प्रो. मेनन की पत्नी रीमा देवी ने राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के हाथों से पुरस्कार स्वीकार किया. साल 2003 में प्रोफेसर मेनन को पद्म श्री से सम्मानित किया गया था.
एएमयू के कुलपति प्रो तारिक मंसूर ने कहा कि, एएमयू समुदाय के लिए यह बहुत खुशी और सम्मान की बात है कि, एएमयू के पूर्व शिक्षक और छात्र को प्रतिष्ठित पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया. प्रोफेसर मेनन न केवल एएमयू के एक प्रतिष्ठित प्रोफेसर थे, जिन्होंने कानून की शिक्षा को एक नई दिशा और गति दी, बल्कि उन्हें देश में आधुनिक कानून शिक्षा प्रणाली का जनक भी कहा जाता है. प्रोफेसर मेनन ने ही पांच साल के एकीकृत बीएएलएलबी पाठयक्रम का प्रस्ताव रखा था.
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प्रोफेसर मेनन नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी और नेशनल ज्यूडिशियल एकेडमी भोपाल के संस्थापक निदेशक थे. वे वेस्ट बंगाल नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ ज्यूरिडिकल साइंसेज के संस्थापक कुलपति भी रहे. भारतीय सांख्यिकी संस्थान के अध्यक्ष के रूप में भी उन्होंने अपनी सेवाऐं दी.
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प्रोफेसर मेनन ने एएमयू से एलएलएम और पीएचडी की डिग्री प्राप्त की और 1960 में शिक्षक के रूप में अमुवि से जुड़े. उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय में भी पढ़ाया. उन्होंने कानून शिक्षा, कानूनी पेशा, कानूनी सहायता, न्यायिक प्रशिक्षण और न्याय प्रशासन आदि विषयों पर एक दर्जन से अधिक पुस्तकें लिखीं.
रिपोर्ट- चमन शर्मा