Aligarh News: ब्रह्मांड पर कविता लिखने वाले अलीगढ़ के विश्व कवि प्रोफेसर बुद्धसेन नीहार का हार्ट अटैक से निधन हो गया. वे 85 वर्ष के थे. प्रो बुद्धसेन नीहार का अंतिम संस्कार किशनपुर स्थित हरनाम मोक्षधाम में किया गया. अंतिम संस्कार में शहर के गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे.
प्रो बुद्धसेन नीहार का जन्म बुलंदशहर के ककरई गांव में पंडित बिहारी लाल शर्मा के यहां हुआ था. बुद्धसेन नीहार अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में प्रोफेसर रहे. प्रो बुद्धसेन नीहार ने अलीगढ़ में सबसे पुराने सीबीएसई स्कूल नीहार मीरा नेशनल सीनियर सेकेंडरी स्कूल की स्थापना की थी.
प्रो बुद्धसेन नीहार एक कवि भी थे. इन्होंने ब्रह्मांड को लेकर सैंकड़ों कविताओं की रचना की. प्रो बुद्धसेन नीहार ने हिंदी और अंग्रेजी में कई किताबें भी लिखी थीं, जिनमें ब्रह्मांड का संगीत ग्लोब और कविता समय समुद्र और हम नदी की मौत पर अब कश्मीर बचाना होगा प्रमुख हैं. प्रो बुद्धसेन नीहार अपने पीछे पुत्र अमिताभ नीहार, आकाश नीहार, पुत्री कल्पलता चंद्रहास, अनामिका शर्मा, गार्गी शर्मा सहित पूरे परिवार को रोता बिलखता छोड़ गए.
रिपोर्ट : चमन शर्मा