अलीगढ़. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में शिक्षकों के समूह ने एएमयू प्रशासन को ठेंगा दिखाते हुए टीचर्स एसोसिएशन का चुनाव प्रक्रिया संपन्न कराने में सफल रहे. टीचर्स एसोसिएशन की जनरल बॉडी की मीटिंग में चुनाव कराने का निर्णय लिया गया था. हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से अमुटा के चुनाव को अवैध घोषित करते हुए अपने स्तर से नया कार्यक्रम दो दिन पहले जारी किया गया था. यह चुनाव प्रक्रिया 31 जुलाई से शुरू होनी थी. ऐसे में इस चुनाव को लेकर कैंपस में विवाद की स्थिति बनती नजर आ रही थी.
हालांकि टीचर्स एसोसिएशन की जनरल बॉडी मीटिंग लगातार दो दिन हुई. जिसमें निर्णय लिया गया कि AMU इंतजामियां का आदेश शिक्षक चुनाव पर लागू नहीं होता है. वहीं एएमयू प्रशासन साजिश के तहत हस्तक्षेप कर रहा है. यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और न ही इंतजामियां का दखल माना जाएगा. वहीं AMU स्टाफ क्लब में मंगलवार को अमुटा का चुनाव शाम 5 बजे तक मतदान चला. उसके बाद देर शाम तक परिणाम घोषित किया जाएगा. अमूटा का यह चुनाव 5 साल के बाद हुआ है. हालांकि यह चुनाव एएमयू इंतजामियां के बिना रजामंदी के हुआ है. बताया जा रहा है करीब 80 प्रतिशत टीचरों ने मतदान में हिस्सा लिया है. वोटिंग परसेंटेज करीब 80 परसेंट हुई है. 1244 में से 1088 वोट पड़े हैं.
मतदान स्टाफ क्लब में सुबह 8 बजे से शुरू हो गया. लगभग 1244 शिक्षक इस चुनाव में मतदाता है. जिनका वोट बना है. हालांकि AMU प्रशासन द्वारा चुनाव प्रक्रिया को अवैध घोषित करने की कवायद की गई. लेकिन टीचरों की जनरल बॉडी मीटिंग में चुनाव कराने का निर्णय लिया गया. अमूठा चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए निसार अहमद खान व मोहम्मद खालिद के बीच मुकाबला है. सचिव पद के लिए अशरफ मतीन और ओबैद अहमद सिद्धकी आमने-सामने है.
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संयुक्त सचिव पद के लिए साद बिन जावेद, जमील अहमद, रफीउद्दीन के बीच मुकाबला है. इसके साथ ही 8 कार्यकारिणी सदस्य के लिए 17 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है. आज मतदान के बाद मतगणना की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. शिक्षक रेहान अहमद ने बताया कि डेमोक्रेसी में एएमयू के लिए ईद जैसा माहौल है. एक-एक शिक्षक AMU के अंदर डेमोक्रेसी को बहाल करने के लिए अपना वोट दे रहा है. पिछले कई सालों से एएमयू में टीचरों का चुनाव नहीं हुआ था. कोई आवाज उठाने के लिए नहीं था. लेकिन अब अपने हक की लड़ाई के लिए एक प्लेटफार्म पर आना चाहते हैं.
रिपोर्ट- आलोक सिंह अलीगढ़