Aligarh News: अलीगढ़ की धनीपुर हवाई पट्टी को हवाई अड्डा में बदलने का काम साल 2015 से शुरू हुआ था. 7 साल के बाद भी अलीगढ़ हवाई अड्डे से उड़ान शुरू नहीं हो सकी है. अब हवाई अड्डे के संचालन की जिम्मेदारी भारतीय विमान प्राधिकरण (Airports Authority of India) को दिए जाने के बाद एक महीने बाद अगस्त से ही उड़ान शुरू हो सकती हैं.
अलीगढ़ हवाई अड्डे से उड़ान के लिए लाइसेंस मिलने का इंतजार अब जल्द ही खत्म हो सकता है. हवाई अड्डे के संचालन की जिम्मेदारी भारतीय विमान प्राधिकरण को मिलने के बाद लाइसेंस जल्दी ही जारी हो सकता है. उम्मीद की जा रही है कि अगस्त महीने तक लाइसेंस की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी और उड़ान के लिए लाइसेंस मिल जाएगा.
अलीगढ़ एयरपोर्ट को लाइसेंस मिलने के बाद पहले चरण में 19 सीटर विमान से लखनऊ के लिए उड़ान और दूसरे चरण में 90 सीटर विमान से मुम्बई, भोपाल, अहमदाबाद, जयपुर के लिए उड़ान शुरू होंगी. उसके बाद अन्य प्रदेशों के लिए भी विमान मिल सकेंगे.
उड़ान के लिए लाइसेंस मिलने से पहले हवाई अड्डे के विस्तारीकरण के लिए खानगढ़ी, अलहदादपुर, निजामपुर बोरना के 736 किसानों की 300 एकड़ भूमि के अधिग्रहण किया जा रहा है. इसके लिए 1.18 अरब की व्यवस्था प्रदेश सरकार द्वारा की जा रही है. अलीगढ़ एयरपोर्ट की बाउंड्री वॉल, वॉच टॉवर का निर्माण कार्य चल रहा है, जिससे कि विमान के रनवे को सुरक्षित किया जा सके. इसका प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है. काम पूरा होने के बाद जल्द ही लाइसेंस मिलने की संभावना है.
अलीगढ़ हवाई अड्डे पर अभी तक प्राइवेट एविएशन कंपनी द्वारा नाइट विजन लैंडिंग के लिए निजी संसाधन जुटा रखे थे, लेकिन एयरपोर्ट शुरू होने के लिए नाइट में लैंडिंग की स्थाई व्यवस्था जरूरी है. जिसके बिना रात्रि में विमान का आवागमन संभव नहीं है, अलीगढ़ हवाई अड्डे पर लैंडिंग की सुविधा स्थाई तौर पर करने की व्यवस्था की जा रही है.
रिपोर्ट- चमन शर्मा