Ailgarh News: अलीगढ़ में पुलिस कस्टडी में मौत का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. अभी 3 दिन पहले हाथरस में पुलिस कस्टडी में युवक की मौत के बाद कोतवाल समेत 4 पुलिसकर्मी निलंबित किए गए थे, अब अलीगढ़ में भी पुलिस कस्टडी के दौरान एक युवक की मौत हो गई. अलीगढ़ के इस मामले में कोतवाल समेत 6 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है.
पुलिस कस्टडी में युवक की मौत… छर्रा कोतवाली पुलिस ने लूट के एक मामले में 14 मई को आरोपी राहुल को पकड़ा था. राहुल की तबीयत खराब होने पर मेडिकल कॉलेज में उसका उपचार चल रहा था. 20 मई को अलीगढ़ के जे एन मेडिकल कॉलेज में उपचार के दौरान ही राहुल की मौत हो गई.
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29 अप्रैल की शाम में बिजौली गांव के मनोज सिंगर गल्ला मंडी से अपनी दुकान बंद कर बाइक से लौट रहे थे. तभी कार सवारों ने रास्ते में उन्हें टक्कर मारी और बाइक गिरा दी. लूटेरें मनोज सिंगर से 4.90 लाख रुपए लूट कर नौ दो ग्यारह हो गए. मामले में पुलिस ने 2 दिन बाद सोनू नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया. 5 दिन बाद पुलिस ने लोधा क्षेत्र के जरेलिया विनूपुर के जीतू उर्फ जितेंद्र, नगला भगत के रवि कुमार शर्मा, थाना गोंडा के ढाटोली के हरि ओम को गिरफ्तार किया. 14 मई को पुलिस ने छौगवां के राहुल को गिरफ्तार किया. राहुल की गिरफ्तारी के बाद तबीयत खराब हुई, जिसके बाद उसे 15 मई को एएमयू के जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां 20 मई को राहुल की उपचार के दौरान मौत हो गई.
लूट के आरोपी राहुल की पुलिस हिरासत में मौत के बाद लोगों में गुस्सा था. पुलिसकर्मियों को जेल भेजने की ग्रामीण मांग कर रहे थे. एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि लूट के आरोपी की गिरफ्तारी के बाद थाने में तबीयत खराब हुई थी. जिसकी उपचार के दौरान मौत हुई है. जांच प्रभावित न हो इसलिए गिरफ्तार करने वाली टीम को लाइन हाजिर कर दिया गया. आरोपी की मौत के बाद छार्रा के कोतवाल हरी विलास, दरोगा वीर सिंह, हेमंत सिंह, सिपाही मनोज कुमार, अभिलाष कुमार और अंकुर मलिक को निलंबित कर दिया गया है. इस मामले की जांच एसपी देहात करेंगे.
एसपी देहात शुभम पटेल ने बताया कि युवक राहुल का पोस्टमार्टम पैनल से कराया गया, जिसकी वीडियोग्राफी भी हुई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में राहुल की मौत का कारण रेस्पायरेटरी फैल्योर आया है. माइंड भी कोमा में चला गया था, जिसके चलते मौत हो गई.वहीं पुलिस हिरासत में राहुल की मौत पर परिवार वालों ने जमकर हंगामा काटा. परिवार वालों ने अधिकारियों से तीन मांगे रखी, जिसमें मृतक की तीन बहनें हैं जिनकी शादी के लिए उचित मुआवजा, राहुल को गिरफ्तार करने में मुखबिर की जानकारी और आरोपी पुलिसकर्मियों को जेल भेजकर कठोर सजा दिलाना था. देर रात पुलिस व परिवार वालों में सहमति बनी. परिवार वालों ने मुआवजे के रूप में 50 लाख, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी, मामले की न्यायिक जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही को लेकर पत्र दिया.
रिपोर्ट – चमन शर्मा