अलीगढ़. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim University) के कुलपति विवादों से घिर गये हैं. उन पर आरोप लग रहा है कि वह धर्म के नाम पर वह एक वर्ग विशेष के छात्रों को हॉस्टल उपलब्ध करा रहे हैं. ऐसा करने के लिए वह हिन्दू छात्रों का हक मार रहे हैं. भाजपा के MLC केंद्र सरकार को शिकायत कर मामले को सियासी रंग दे दिया है. मामला जिला प्रशासन तक शिकायत के रूप में पहुंच चुका है. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में हिंदू छात्रों को हॉस्टल अलॉट करने के भेदभाव के मामले में भाजपा के MLC ( शिक्षक ) मानवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि संज्ञान में मामला आया है. कुछ छात्र जिलाधिकारी से इस संबंध में मिले भी हैं.
बुधवार को अलीगढ़ हैबिटेट सेंटर में मीडिया से बात करते हुए BJP MLC (Teacher) Manvendra Pratap Singh ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुलपति डाॅ तारिक मंसूर एक वर्ग विशेष को प्रोत्साहन देने का काम कर रहे हैं. यह प्रकरण गंभीर है. यह कुलपति की चिंता का विषय होना चाहिए था कि प्रत्येक विद्यार्थी के लिए हॉस्टल की उपलब्धता कैसे होनी चाहिए. कैसे छात्रों के लिए हॉस्टल की व्यवस्था किया जाए. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का छात्र जिलाधिकारी से क्यों मिलना पड़ रहा है. शिक्षा मंत्रालय को पत्र लिख रहा हूं.
यह गंभीर विषय है. चिंता का विषय कुलपति डॉ तारिक मंसूर के लिए होना चाहिए. यह देखना होगा कि हिंदू होने के नाते क्या उनको हॉस्टल नहीं मिला है. यह जांच का विषय है. गंभीर विषय है. मानवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि धर्म के नाम पर छात्रों को कमरा नहीं मिलना एक गंभीर विषय है और इस पर निश्चित रूप से एचआरडी मंत्रालय से बात करेंगे. उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर कुलपति डॉ तारीख मंदसौर से भी बात करेंगे.
बुधवार को राजस्थान से अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय पढ़ने आए छात्र कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी और एडीएम सिटी से मिलने पहुंचे थे. उन्होंने हॉस्टल में कमरा एलॉट करने को लेकर एएमयू प्रशासन पर भेदभाव का आरोप लगाया. छात्रों ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर कार्रवाई करने की मांग की है, तो वही जिला प्रशासन से मिलकर भी एएमयू इंतजामिया पर गंभीर आरोप लगाएं है. छात्रों का कहना है कि 8 मार्च से फीस जमा होने के बाद भी हॉस्टल नहीं दिया गया. वहीं गार्ड के जर्जर रूम में रहने को मजबूर है.