Mahant Narendra Giri Death Case: महंत नरेंद्र गिरि मौत मामले में आरोपी आनंद गिरि, लेटे हनुमान मंदिर के पुजारी आद्या तिवारी, उनके बेटे संदीप तिवारी को नैनी जेल भेज दिया है. सात दिन की सीबीआई रिमांड सोमवार शाम चार बजे समाप्त हो गई. इस दौरान सीबीआई ने आनंद गिरि के हरिद्वार आश्रम से लैपटॉप और मोबाइल बरामद किया. दोनों का डेटा रिकवर किया जा रहा है.
सीबीआई ने तीनों आरोपियों के करीबियों से भी पूछताछ की है. इसके अलावा, बाघंबरी मठ से जुड़े विवाद और बैंक खातों की भी जानकारी ली.
बता देंं, सीबीआई ने महंत नरेंद्र गिरि की मौत मामले मे मुकदमा दर्ज करने के बाद तीनों आरोपियों आनंद गिरि, आद्या तिवारी और संदीप को कोर्ट के आदेश पर सात दिन की कस्टडी रिमांड पर लिया था. रिमांड 28 सितंबर की सुबह 10 बजे से चार अक्तूबर की शाम चार बजे तक थी.
सीबीआई ने जेल भेजने से पहले तीनों आरोपियों का रविवार शाम को बेली अस्पताल में मेडिकल परीक्षण कराया था, जिसमें किसी भी आरोपी के शरीर पर चोट के निशान नहीं मिले. तीनों आरोपियों को चार बजने से पहले ही नैनी जेल भेज दिया गया. एक वैन में आद्या तिवारी को बेटे संदीप के साथ तो दूसरे वैन में आनंद गिरि को ले जाया गया.
नैनी जेल के अंदर जाने के दौरान आनंद गिरि ने हाथ दिखाकर मीडियाकर्मियों और अपने समर्थकों का अभिवादन किया. समर्थकों से आनंद गिरि ने कहा कि आप लोग परेशान न हों, हनुमानजी सब ठीक कर देंगे.
बता दें, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की 21 अगस्त को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. उनका शव बांघबरी मठ में फंदे से लटका मिला था. उनके कमरे से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ था, जिसमें आनंद गिरि, आद्या तिवारी और उनके बेटे संदीप तिवारी पर मानसिक रूप से परेशान करने का आरोप लगाया गया था.
सुसाइड नोट में, बलबीर गिरि को बाघंबरी मठ का उत्तराधिकारी बनाने की बात लिखी गई थी. मंगलवार को षोडशी भंडारे के दौरान बलबीर गिरि का पट्टाभिषेक किया जाएगा.
Posted By: Achyut Kumar