Prayagraj News: प्रयागराज सिविल लाइंस होटल में चल रही तीन दिवसीय मनोचिकित्सकों की मीट में चिकित्सकों ने अपने रिसर्च और अनुभव साझा किए. इस दौरान भोपाल से मीट में शिरकत करने पहुंची मनोचिकित्सक डॉ. रूमा भट्टाचार्य ने आर्यन खान केस को लेकर अपनी बातें कही. उन्होंने कहा आज नशा गंभीर समस्या बन गया है. आर्यन खान केस के बाद नशे को लेकर जागरूकता बढ़ेगी. माता-पिता को खासकर अपने बच्चों पर नजर रखनी चाहिए. बच्चों पर नजर रखने की जरुरत है.
प्रभात खबर से बात करते हुए डॉ. रूमा भट्टाचार्य ने कहा यदि बच्चों के बिहेवियर में अचानक बदलाव आ रहा है तो उसकी वजह जानने की कोशिश करनी चाहिए. माता-पिता को बच्चों से बात करनी चाहिए. नशा आगे चलकर बहुत गंभीर समस्या बन सकता है, जिसे किसी तरह से भी नजरंदाज नहीं करना चाहिए. किसी भी तरह की जरुरत पड़े तो इस संबंध में मनोचिकित्सक से भी सलाह लेनी चाहिए.
दरअसल, उत्तर प्रदेश समेत चार राज्यों के जाने-माने मनोचिकित्सक मीट में शामिल हो रहे हैं. उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ के मनोचिकित्सक 29 से 31 अक्टूबर के बीच 20 चिकित्सकीय और 50 से अधिक शोध प्रस्तुत करेंगे. डॉ. सौरभ टंडन ने बताया कि मीट में आजकल की ज्वलंत समस्या, व्यवहारिक व्यसन (जैसे इंटरनेट एडिक्शन, गेमिंग एडिक्शन, जुआ आदि) पर चर्चा किया जा रहा है.
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चिकित्सकों की मानें तो नशा कई प्रकार का होता है. इन तमाम समस्याओं से समाज के लोग सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. जिनका असर सीधे पारिवारिक जीवन पर पड़ रहा है. यदि समय रहते मनोचिकित्सक से तमाम समस्याओं के संबंध में बात करें और सलाह लें तो तमाम समस्याओं से बचा भी जा सकता है. इन्हीं सब तमाम विषयों पर प्रयागराज में चल रहे मीट में सभी चिकित्सक अपने अनुभव साझा करेंगे.
(रिपोर्ट: एसके इलाहाबादी, प्रयागराज)