Prayagraj News: इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रसंघ बहाली की मांग को लेकर विगत 506 दिन से धरना जारी है. वहीं, दूसरी तरफ छात्रावासों में नियम विरुद्ध छात्रों द्वारा प्रवेश करने पर विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा लगाए गए जुर्माने के विरोध में भी छात्रों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है.
जानकारी के मुताबिक, आमरण अनशन पर बैठे छात्रों में से छः की तबियत दूसरे दिन शाम को बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें बेली अस्पताल ले जाया गया. छात्रों की मांग है कि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा छात्रों पर लगाए गए जुर्माने को वापस लिया जाए.
Also Read: प्रयागराज में खेतों की चल रही थी जुताई, जमीन के अंदर से निकले बेशकीमती सिक्के, मची लूटसंजीत कुमार- बीएससी- 3rd year
विजय सेन- एमए- 4th Year
शिवदीप बाजपेई- बीएससी- 3rd Year
विश्वजीत सिंह- बीएससी- 3rd Year
अनुज सिंह- बीए- 3rd Year
आनंद मिश्रा बीए 3rd Year
अभी 37 छात्र आमरण अनशन पर डटे हुए हैं. इस संबंध में आमरण अनशन पर बैठे एक छात्र ने बताया कि पहले बतौर हॉस्टल शुल्क 13 हजार 500 रुपये वार्षिक लिया जाता था. अब अचानक से इतने शुल्क की वृद्धि होने पर छात्र कैसे भरेंगे. तमाम छात्र ऐसे हैं, जो अभी हॉस्टल आए हैं. उनसे भी उतना ही शुल्क लिया जा रहा है. जबकि देश के तमाम विश्वविद्यालयों ने कोविड काल के समय की हॉस्टल फीस माफ कर दी है. आमरण अनशन पर बैठे छात्रों की मांग है कि पुरानी हॉस्टल फीस ही छात्रों से ली जाए.
(रिपोर्ट- एस के इलाहाबादी, प्रयागराज)