प्रयागराज पुलिस ने शुक्रवार को बाहुबली मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी सहित आठ लोगों को गिरफ्तार कर लिया. हालांकि निजी मुचलके के बाद सभी लोगों को छोड़ दिया गया. पुलिस के आला अधिकारी गिरफ्तारी की वजह बताने पर चुप्पी साध ली है. इसी बीच गाजीपुर के सांसद और मुख्तार अंसारी के बड़े भाई अफजाल अंसारी ने गिरफ्तारी को लेकर पूरी कहानी बताई है.
मुख्तार के भाई अफजाल अंसारी ने प्रभात खबर को बताया की शुक्रवार को गाजीपुर के चर्चित उसरी कांड मुकदमे की कल पेशी थी. इस चर्चित कांड में मुख्तार पर जानलेवा हमला हुआ था, जिसमे मुख्तार बाल बाल बच गए थे. घटना में तीन लोगों की मौत और 9 लोग घायल हुए थे. इसी मुकदमे के ट्रायल के लिए बृजेश सिंह को वाराणसी से प्रयागराज पेसी पर लाया जाना था. ट्रायल में मुख्तार अंसारी के उस वक्त ड्राइवर रहे रमेश की गवाही होनी है. सांसद अफजाल का आरोप है की मुकदमे के ट्रायल को प्रभावित करने के लिए रमेश पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है. जिससे की मुकदमे में गवाही न हो सके.
अफजाल अंसारी ने बताया कि मुख्तार पर जानलेवा हमला मामले में वह मुकदमा वादी है और इस वक्त जेल में बंद है. अब ऐसे में उनका बेटा मुकदमे की पैरवी नहीं करेगा तो कौन करेगा. उमर भी मुकदमे की पैरवी के लिए प्रयागराज गया था, लेकिन मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी को सुरक्षा का हवाला देते हुए पहले कोर्ट रूम से बाहर कर दिया गया था. फिर उसके बाद कोर्ट परिसर से.
उन्होंने पुलिस पर मामले को प्रभावित करने का आरोप लगाता हुए कहा है कि जब उमर उनके साथी कोर्ट से बाहर जाने से इंकार किया तो आखिर में क्राइम ब्रांच की टीम उन्हें सुरक्षा का हवाला देते हुए पुलिस लाइन ले गई. जहां शांती भंग में चालान कर दिया, जिसके बाद मजिस्ट्रेट कोर्ट ने सभी को निजी मुचलके पर छोड़ दिया. अफजाल अंसारी ने आगे कहा कि बृजेश सिंह इस वक्त माननीय हैं, मुख्तार भी माननीय हैं. लेकिन बृजेश सिंह को बचाया जा रहा है और जिसके लिए वादी मुकदमा और गवाहों पर दबाव बनाने के लिए इस तरह के कार्य किए जा रहे है.
रिपोर्ट : एस के इलाहाबादी