Yogi Govt 2.0: सियासत में ऐसा करिश्मा कुछ ही लोगों के साथ होता है जैसा प्रयागराज शहर दक्षिणी के विधायक नंद गोपाल गुप्ता नंदी के साथ हुआ. प्रयागराज के बहादुरगंज मुहल्ले में 23 अप्रैल 1974 को जन्में नंदी का बचपन काफी चुनौतियों भरा गुजरा है. पिता डाक विभाग में चतुर्थश्रेणी के कर्मचारी थे तो वहीं नंदी अपने शुरू के दिनों में मिठाई बेचने का काम करते थे. इसके बाद इंदौर गए तो अनाज के व्यवसाय से जुड़ गए. प्रयागराज लौटे तो अपना खुद का थोक का काम शुरू कर दिया. 2007 में नंदी ने अपनी राजनैतिक पारी की शुरुआत की और तीन बार विधानसभा पहुंचे खास बात यह है की नंदी को तीनों बार कैबिनेट मंत्री बने.
कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी के वैवाहिक जीवन की बात करें तो उन्होंने अभिलाषा गुप्ता नंदी (मेयर प्रयागराज) से विवाह किया. व्यवसाय में सफलता मिली तो राजनीति में आ गए. नंदी के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने अपना पहला चुनाव बसपा के टिकट पर शहर दक्षिणी सीट से 2007 में सबकुछ दांव पर लगा कर लड़ा था. उनके सामने भाजपा के कद्दावर नेता और लगातार पांच बार के विधायक केसरीनाथ त्रिपाठी थे. इस चुनाव में उन्होंने केशरीनाथ त्रिपाठी को मात दे दी थी. इसके बाद मायावती ने उन्हें प्रदेश का स्टांप मंत्री बनाया था. तब नंदी की गिनती युवा मंत्रियों में की गई. वहीं नदी अपनी सफलता के पीछे अपनी पत्नी का सबसे बड़ा हाथ मानते हैं. नंदी कई बार कहते हैं कि उनकी पत्नी में अभिलाषा गुप्ता नंदी उनके लिए बेहद लकी हैं.
हालांकि, 2012 के विधानसभा चुनाव में नंदी सपा के हाजी परवेज अहमद टंकी से महज 414 वोट के अंतर से चुनाव हार गए. यह चुनाव पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना था. क्योंकि वह बतौर मंत्री यह चुनाव हार गए थे. सपा से हाजी परवेज को 43043 मत मिले थे. जबकि नंदी को 42626 मत मिले थे. इसके बाद नंदी कांग्रेस पार्टी से होते हुए 2017 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हो गए. नंदी ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ कर सपा के परवेज अहमद टंकी को शिकस्त दी थी और योगी कैबिनेट में जगह बनाने में कामयाब हो गए थे.
हालांकि, 300 से अधिक विभागीय ट्रांसफर पोस्टिंग मामले तमाम आरोप लगने के बाद उनका मंत्रायल बदल दिया गया. वहीं 2022 के चुनाव में आगरा शहर दक्षिणी विधानसभा सीट से नंदी ने एक बार फिर समाजवादी पार्टी के रईस चंद्र शुक्ला को 26,182 मत के अंतर से चुनाव हरा दिया. नंदी को 97,864 मत मिले और सपा के रईस चंद्र शुक्ला को 71,682 मत मिले. वहीं अब एकबार फिर नंदी को कैबिनेट में जगह मिलने के बाद समर्थको में उत्साह का माहौल है.